गोरखपुर,गिरधारीलाल।कहतेहैंसबकुछदेखैजाततोआधालीजिएबांट,यहीहालहैसंतकबीरनगरमेंसरयूनदीकेकिनारेपरबसेगायघाटनिवासियोंका।यहांकामंजरइसीतरहकाहै।खुदहीलोगअपनेघरोंपरहथौड़ाचलारहेहैं।अपनाघरटूटतादेखकरमहिलाएंऔरबच्चेफूट-फूटकररोतेदिखरहेहैंतोवहींएक-एकहथौड़ामारतेसमयगांवनिवासियोंकेदिलसेआंसुओंकीचीखनिकलरहीहै।
कुदरतकेकोपसेबचनेकेलिएगिरारहेघर
दिनमेंदोबजेजागरणसंवाददातानेगायघाटनिवासियोंकाहालजाननेकाप्रयासकिया।इंद्रजीतअपनेघरकोगिरानेमेंलगेमिले।पसीनेसेतर-बतरहालतमेंउन्होंनेबतायाकिसाहबमेरेपितानेयहमकानबनवायाथा।अबकुदरतकेकोपकाशिकारहोकरइसेखुदगिरानेकाकार्यकररहाहूं।इसीप्रकारसंजनादेवीनेकहाकिघरकोटूटतादेखकरभूख-प्यासबंदहोगईहै,बच्चेभीरो-रोकरखुदकाघरछिननेकेसाथहीबचपनकेसाथियोंसेदूरजानेकीपीड़ासहनकररहेहैं।
सरिया,ईंट,फाटकनिकालनेमेंजुटेहैंलोग
रमावतीनेकहाकिदुल्हनबनकरजिसघरमेंं30वर्षपहलेआईआजउसीघरकोमिटाकरईंटऔरसरिया,फाटक,दरवाजोंकोनिकालनेकेलिएमेहनतकरनीपड़रहीहै।इष्टदेवनेकहाकिउनकेहाथोंकाबलहीखत्महोचुकाहै।सुबहएकरोटीखाकरसब्बललेकरवहईंटोंकोनिकालनेमेंलगेहैं।रोनाआरहाहैपरपरिवारकेलोगोंकाहालऔरभीबुराहोजाएगा,इसेलेकरअपनेदिलमेंहीवहदर्दकोदफनकिएहैं।दिलीपनेकहाकिदीवारोंपरहथौड़ेकीचोटकादर्ददिलमेंमहसूसहोरहाहै।मजबूरहैं,गंगामइयाकेकोपकेआगेकोईदूसरारास्तानहींहै।
नहींथमरहीसरयूकीकटान,खतरेमेंगायघाटकाअस्तित्व
धनघटातहसीलक्षेत्रमेंसरयूनदीकीकटानथमनेकानामहीनहींलेरहीहै।लगभगनौवर्षपहलेक्षेत्रकेआधादर्जनगांवोंकोनिगलनेकेबादअबनदीकीधारागायघाटगांवकोचपेटमेंलेनेलगीहै।इसबारसरयूनदीकाजलस्तरखतरेकेनिशानकोतीनबारपारकरगया।जलस्तरघटनेकेसाथहीकटानऔरभीतेजहोतीगई।बचावकेलिएप्रशासनिकस्तरसेप्रयासभीकियाजारहापरंतुसफलतानहींमिलपारहीहै।सरयूकीधारागायघाटगांवमेंअबमकानोंतकपहुंचचुकीहै।घरबचनेकीकोईराहनहींदिखनेपरलोगसुरक्षितठिकानोंपरजानेसेपहलेअपनेघरोंकोगिराकरईंटऔरअन्यसामग्रीएकत्रकरनेमेंलगगएहैं।
पहलेहुएभूमिहीनअबहोगएबेघर
गायघाटनिवासीइंद्रजीत,इष्टदेव,नंदू,बुधिराम,सुरेंद्र,दिनेश,गामाआदिनेकहाकिएकवर्षकेअंदरहीउनकेखेतनदीकीधारामेंसमागए,इससेवहलोगभूमिहीनहोगएहैं।अबबाढ़कमहोनेकेबादघरोंकोभीनदीकाटनेमेंलगीहै।बचावकाकोईरास्तानहींहोनेसेअपनेघरोंकोगिराकरबेघरहोनापड़रहाहै।
साहबयहींपैदाहोकरबूढ़ेहोगए,अबकहांजाएं
गायघाटनिवासियोंकीपीड़ादर्दनाकहै।गांवमेंपहु्ंचनेवालेहरबाहरीव्यक्तिकोघेरकरसभीसिर्फएकसवालकररहेहैंकिजिसघरमेंजन्मलेनेकेबादबुढ़ापेतककासफरतयकिया,अबउन्हेंकहांठौरमिलेगा।सभीनेशासनऔरप्रशासनसेउन्हेंबसानेकीव्यवस्थाकरनेकीमांगकी।
नौवर्षपहलेभीसरयूमेंसमाचुकेहैंआधादर्जनगांव
धनघटाक्षेत्रमेंसरयूकीविनाशलीलानईनहींहै।वर्ष2012मेंक्षेत्रकेअशरफपुर,भिखारीपुर,सोखापुरवा,चपराआंशिक,मिस्त्रीपुरवाआदिगांवनदीकीधारामेंसमागएथे।उससमयकटानरोकनेकेलिएसरकारीस्तरसेजियोट्यूबआदिभीलगवायागयाथापरंतुकोईलाभनहींमिलपायाथा।
गांवखालीकरनेकादियागयाहैनिर्देश
तहसीलदाररत्नेशतिवारीनेबतायाकिकटानकोदेखतेहुएपहलेहीनदीवबांधकेबीचस्थितगांवोंकोखालीकरनेकानिर्देशदियागयाथा।गायघाटमेंकटानरोकनेकेलिएकोईउपायनजरनहींआरहाहै,ऐसेमेंगांवकोखालीकरकेसभीकोसुरक्षितठिकानोंपरचलेजानाचाहिए।