रांची,जासं।समाजिकसमरसतामंचझारखंडप्रांतकीओरसेशुक्रवारकोदोपहरछत्रपतिशिवाजीकीजयंती
बड़ेधूमधामऔरसंकल्पकेसाथमनाईगई।इसअवसरपरप्रांतसहसंयोजकडॉराजेशप्रसादनेआगंतुकोंकास्वर्णिमाप्रेक्षागृहकांकेमेंस्वागतकिया।वक्ताओंने देशकेमहानसपूतवीरशिवाजीकेकार्योंकीसराहनाकी।
उन्होंनेबतायाकिआजकाभारतऔरप्राचीनभारतमेंअंतरहै।शिवाजीसेभीपहलेकाभारतआजकेभारतसेतीनगुणाबड़ाथा।शक्तिशालीहिंदूराजाओंकेअसंगठितरहनेकेकारणभारत700ईस्वीकेबादसेविदेशियोंकेहाथोंमेंटूटकरअलगदेशबनकरभारतसेदूरहोतारहा।अंतिमबारअगस्त1947मेंभारतएकबारफिरटूटगया।भारतकीभूमिपरजन्मलेनेवालेसभीभारतीयहैं।
हमारीजातियाधर्मअलगअलगहोसकतेहैं,परहमारादेशतोभारतहीहै।हमसबोंकोआजपुण्यप्रतापीराजावीरशिवाजीसेप्रेरणालेकरस्वंयकोसशक्त,साहसीऔरभारतकोअक्षुण्णरखनेमेंपूर्णसक्षमबनानाहीहोगा।इसअवसरपरवीरशिवाजीकेजीवनचरित्रपरएकनिबंधप्रतियोगिताकाभीआयोजनकियागया,जिसकाशीर्षकथा"भारतकीअखंडताकेमुख्यकारक"।इसमें5स्कूलके10वींकक्षाकेबच्चोंनेभागलिया। प्रतियोगिताकेलिएचुनेगए2छात्रऔर2छात्राओंकोबुलायागयाथा।मूल्यांकनकेबादइनकोपुनःबुलाकरपुरस्कारदियाजाएगा।
प्रेक्षागृहमेंअरसंडे,बोडे़या,संग्रामपुर,पतरातू,चंदवेतथाचिरौंदीसमेतपांचगांवोंकेलगभग60बच्चोंनेहिस्सालिया।उन्होंनेवीरशिवाजीकीकहानीकाआनंदलिया।कार्यक्रमकोसफलबनानेमेंडॉअनुराधाप्रसाद,जयराजप्रसाद,आकांक्षा,आदित्य,सौरभकापूर्णसहयोगरहा।