प्रयागराज, ज्ञानेंद्रसिंह। यमुनापारमेंमेजातहसीलकागांवहैनेवादा।पहाड़ोंसेघिरायहगांवजनसंख्यानियोजनकेप्रतिजागरूकताकीनईइबारतलिखरहाहै।लोगोंकीसोचही'छोटापरिवार,सुखीपरिवारकानाराबुलंदकरतीहै।यहनसिर्फमौजूदापीढ़ीकेलिएप्रेरणादायकहैबल्किजनसंख्याविस्फोटकेचलतेसमस्याओंसेजूझरहेदेशकेगांवोंकेलिएमिसालभीबनाहै।
प्रधानाध्यापकरमाकांतकीजनसंख्यानियंत्रणमेंअहमभूमिका
नेवादागांवमेंजनसंख्यानियंत्रणकीइसकारगरपहलमेंप्राथमिकविद्यालयकेप्रधानाध्यापकरमाकांतविश्वकर्माकीअहमभूमिकाहै।वर्ष1995मेंछात्ररामनारायणकईदिनोंतकविद्यालयनहींआयातोरमाकांतआदिवासीबस्तीस्थितउसकेघरगए।पताचलाकिउसकीमांगर्भवतीहैैं।इसकेबादरमाकांतनेगांवकेभगवानप्रसादद्विवेदीऔरहरिप्रतापसिंहकेसाथमिलकरपहलकी।भगवानप्रसादकेभीदोहीबेटेहैैं।आदिवासीबहुलबस्तीमेंसक्रियताबढ़ाईगई।विद्यालयभवन,पंचायतभवनसमेतघरोंकीदीवारोंपर'हमदोहमारेदो,'छोटा-परिवारसुखीपरिवारऔर'बढ़तीआबादीपरिवारकीबर्बादीजैसेनारेलिखवाएगए।कुछहीदिनोंमेंयहबातलोगोंकीसमझमेंआगई।ग्रामीणोंमेंजनसंख्यानियंत्रणकोलेकरसमझबढ़ी,खासकरयुवाओंमें।पिछलेदोदशककेदौरानयहांकिसीभीदंपतीनेदोसेअधिकसंताननहींपैदाकी।सामुदायिकस्वास्थ्यकेंद्र(सीएचसी)मेजाकेआंकड़ेकेमुताबिकवर्ष2000केबादलगभगडेढ़सौदंपतीऐसेहैैं,जिन्होंनेदोअथवादोसेकमबच्चेहीपैदाकिए।गांवमेंलगभगपौनेतीनसौदंपतीऐसेहैैं,जिन्हेंदोअथवादोसेकमबच्चेहैैं।कुल408दंपतीहैैंऔर210परिवार।
दोबच्चोंमेंतीनसालकाअंतर
दोबच्चोंकेपिताविक्रमबतातेहैैंकिकि'खुशहालपरिवारकामंतर,दोबच्चोंमेंतीनसालकाअंतरयुवाओंनेग्रहणकिया।इकलौतीबेटीकेपिताअश्वनीद्विवेदीकहतेहैैंकिकईऐसेदंपतीहैैंजिनकेदोबच्चेहैैंऔरदोनोंमेंचारसेछहसालकाअंतरहै।दोसंतानकेपितासिद्दीकअलीबतातेहैैंकिकमबच्चेहैैंइसलिएअभिभावकअच्छीपरवरिशकरपारहेहैं।हमबेहतरशिक्षादेपारहे।राजूसिंहबतातेहैंकिगांवमेंबंध्याकरणसेज्यादानसबंदीहुईहै।पुरुषनसबंदीकालक्ष्यपूराहै।दोबेटियोंकेपिताविनोदपटेलबतातेहैैंकिदेवीप्रसादशुक्ल,पुष्पराज,लालप्रताप,शैलेंद्र,आलोक,विवेक,नवलकिशोर,विनय,आशीष,युगलकिशोर,राहुलदुबे,गोविंदकेसरी,दीपकदुबे,सीतारामकेसरी,बृजलालदुबेकोदोहीबच्चेहैैं।प्रधानरंगबहादुरपटेलकेअनुसारवर्ष2001मेंगांवकीआबादीकरीब2200थी।वर्ष2011मेंयह2380थीऔर2021में2500केआसपास।
'बढ़तीजनसंख्याआर्थिकविकासकोप्रभावितकरतीहै,इससेनेवादागांवकेलोगभीशायदवाकिफहोगएहैैं।परिवारनियोजनकेप्रतिजागरूकताकार्यक्रमऔरग्रामीणोंकीसोचकाहीयहअसरहै।नेवादागांव,मिसालबनचलाहै।
डा.ओमप्रकाश,अधीक्षकसीएचसीमेजा-प्रयागराज
देशभरकेआंकड़े
-138करोड़केलगभगपहुंचगईहैदेशकीआबादी
-150करोड़केकरीबहोजाएगीदेशकीजनसंख्याअगले12सालमें
-34करोड़जनसंख्याथीदेशकीआजादीकेबाद
-56करोड़थीअपनेदेशकीआबादीवर्ष1975में
येतथ्यभीजानिए
-दुनियाकी18फीसदआबादीभारतमें,विश्वकीकेवल2.4प्रतिशतजमीनभारतमें,मात्रचारप्रतिशतपीनेकापानीदेशमें,2.4फीसदवनक्षेत्रहैभारतमें।