रविद्रसैनी,रादौर:वैसेतोक्षेत्रमेंऐसेसैकड़ोंलोगहैंजोविदेशमेंजाकरयातोशिक्षाप्राप्तकररहेहैंयाफिरवहींबसगएहैं।इनमेंसेकुछऐसीशख्सियतभीहैंजोविदेशमेंरहतेहुएभीअपनेपैतृकक्षेत्रमेंसमाजसेवामेंयोगदानदेनानहींभूले।उनकामनआजभीयहींबसताहै।ऐसेहीलोगोंमेंशामिलहैंरादौरकेविनोदधीमानवगांवपोटलीकेजोगिद्रपाल।अपनेइसीस्वभावकेकारणवहविदेशमेंरहकरभीलोगोंकेदिलोंमेंबसेहुएहै।फोटो:21
लोगोंकीमददकेलिएलगवारहेरक्तदानशिविर:
विनोदधीमानचारवर्षपहलेपत्नीकेसाथआस्ट्रेलियागएथे।वहांजानेकेबादभीउनकाअपनेक्षेत्रसेबहुतलगावरहाहै।समय-समयपरयहांहोनेवालेसामाजिककार्योंमेंवहअपनायोगदानदेतेहैं।विनोदनेपिछलेदिनोंरादौरमेंयुवाखेलएवंरक्तदानसंस्थाकेसहयोगसेरक्तदानशिविरआयोजितकरवाए।जिसकाजिम्माउनकेभाईविजयधीमाननेसंभाला।रक्तदानशिविरमेंउन्होंनेरक्तदानकरनेवालेयुवाओंकाहौसलाबढ़ानेकेलिएउन्हेंपुरस्कारदेकरसम्मानितकिया।ताकिभविष्यमेंयुवारक्तदानकेप्रतिप्रेरितहोतेरहें।क्षेत्रसेउनकेलगावकाप्रमाणएकयहभीहैकिउन्होंनेजबआस्ट्रेलियामेंअपनीखुदकीकारखरीदीतोउन्होंनेउसकानंबरकीरादौरकेनामसेलिया।ताकिउनकेक्षेत्रकीपहचानविदेशमेंभीबनीरहे।फोटो:22
पोटलीकेजोगिद्रनेगांवकेस्कूलमेंबनवाएशौचालय:
गांवपोटलीकेजोगिद्रपालसैनीकरीब17वर्षपहलेअमेरिकागएथे।आजभीपरिवारकेसाथवहींरहरहेहै।गांवमेंसमय-समयपरआतेरहतेहैं।पिछलेदिनोंगांवकेसरपंचरामलालसेजबवहएकदिनगांवकेबारेचर्चाकररहेथेतोउन्हेंपताचलाकिगांवकेस्कूलमेंबनेराजकीयस्कूलकाशौचालयखस्ताहालहोचुकाहै।जिससेछात्रोंकोदिक्कतहोतीहै।उन्होंनेतुरंतअपनेखर्चपरस्कूलमेंशौचालयबनवानेकीहामीभरदी।जिसपरकरीब80हजाररुपयेखर्चआया।अबस्कूलकेछात्रसाफसुथरेशौचालयकाउपयोगस्कूलमेंकरपारहेहैं।निवर्तमानसरपंचरामलालनेबतायाकिजल्दहीवहदोबारागांवमेंआएंगे।एकऔरकार्यउन्होंनेकरवानेकावादाउनसेकियाहुआहै।