शेखपुरा।बरबीघाकेजीआइपीस्कूलपरिसरमेंसभीतीनोंशाखाओंकेशिक्षकोंकीकार्यशालाआयोजितकीगई।जिसमेंआजकेबदलतेपरिवेशमेंबच्चोंकोस्तरीयशिक्षाकैसे''विषयपरचर्चाकीगई।
स्कूलकेनिदेशकविनयकुमारनेकहाकिआजपढ़ाईसेध्यानहटानेकेकईसाधनउपलब्धहैं।चाहेचौबीसघंटेटीवीपरआनेवालेधारावाहिकहोंयास्मार्टफोनतकबच्चोंकीपहुंच।इससेबच्चेअपनीकिताबोंऔरखेलकेमैदानसेदूरहोतेजारहेहैं। इससेबच्चोंकी बौद्धिकऔरशारीरिकदोनोंविकासबाधितहोरहाहै।साथहीबच्चोंमेंहिसाकीबढ़तीप्रवृत्तिकाभीयहमुख्यकारणहै।ऐसेमेंउन्हेंअपनीपढ़ाईकेप्रतिजिम्मेदारबनानेकीजरूरतहै।उन्होंनेसरकारसेअपीलकीकिइंटरनेटउपलब्धताकीएकसमयसीमाहोनीचाहिएतथाइसपरक्यादिखायाजाएइसपरभीसरकारकाअंकुशहोनाचाहिए।बच्चेवहीदेखसकेंजोउनकोदेखनाचाहिए,जोउसकेकामकीचीजहो।जीआइपीपावापुरीकेप्राचार्यसुभाषचंद्ररायनेअभिभावकोंकोबच्चोंसेजुड़नेकाअपीलकीताकिबच्चेअपनीसमस्याउनसेशेयरकरसकें।पकरीवर्माशाखाकेउपनिदेशकरंजीतरंजन,जोभारतीयआर्मीसेसेवानिवृत्तहैं,उन्होंनेभीबच्चोंकोअनुशासितहोकरकामकरनेकीअपीलकी।