जागरणसंवाददाता,पिथौरागढ़:जिन्होंनेदेशकीआजादीकेलिएघरगृहस्थीत्यागदी,यायावरबनकरजीवनबिताया।उनकेगांवकोदेशभुलादेनाचाहताहै।गांवकेलोगआजभीदससेपंद्रहकिमीपैदलचलतेहैं।इतनापैदलचलनेवालेगांवोंमेंविकासकैसेपहुंचेगा।धीरे-धीरेगांवकेलोगगांवसेलायनकररहेहैं।आनेवालेकुछवर्षोबादगांवभुतहाबनजाएगा।स्वतंत्रतासंग्रामसेनानीकेगांवकीपहचानमिटजाएगी।बसतमन्नागांवतकसड़ककीहै।यदिसड़ककेलिएपहलनहींहुईतोअगलीबारआपकोएकसाथग्यारहसौपत्रलिखकरभेजूंगा।
यहशब्दग्रामसिमायल,पोस्टपातालभुवनेश्वरविकासखंडबेरीनागकेनिवासीस्वतंत्रतासंग्रामसेनानीस्व.दीवानसिंहकेपुत्रउम्मेदसिंहदशौनीद्वाराप्रधानमंत्रीकोभेजेगएपत्रकेहैं।पीएमकोभेजेगएपत्रमेंसेनानीकेपुत्रनेकहाहैकियदिहमारेगांवमेंसड़कहोतीतोहमेंदससेपंद्रहकिमीपैदलनहींचलनापड़ता,हमारेगांवकेलोगोंकोपलायनजैसादर्दनहींझेलनापड़ता।इसकेलिएबार-बारसरकारसेअनुरोधकियाजाताहै।इसकेजबावमेंकेवलकोरेआश्वासनभरमिलतेहैं।गांवसेलगेअन्यगांवोंकीजनसंख्याएकहजारकेआसपासहै।ग्रामीणोंकोरोजमर्राकासामानलेजानेकेलिएइतनापैदलचलनापड़ताहै।ऐसेमेंग्रामीणोंकेपासविकल्पकेवलपलायनबचाहै।
सेनानीकेपुत्रनेपीएमसेअनुरोधकियाहैस्वतंत्रतासंग्रामसेनानीकेगांवकोकेवलसड़कदेकरसम्मानितकियाजाए।पत्रमेंकहागयाहैकिसरकारचाहेतोप्रत्येकस्वतंत्रतासंग्रामसेनानीकेगांवोंकोसड़कसेजोड़सकतीहै।घोषणातोप्रत्येकसेनानीकेगांवकोसड़कसेजोड़नेकीथीपरंतुअमलमेंनजरनहींआतीहै।उम्मेदसिंहदशौनीनेकहाहैकिवह25वर्षोंसेस्वतंत्रतासंग्रामसेनानीआश्रितहोनेसेसरकारकोलगातारसड़ककेलिएपत्रभेजरहाहै।जिसकाआजतकसरकारकीतरफसेकोईप्रत्युत्त्तरनहींमिलाहै।पीएमनरेंद्रमोदीकोभेजेपत्रमेंउम्मेदसिंहनेकहाहैकियदिआजभेजेगएपत्रकाभीहश्रयहीरहातोअगलीबारवह1100पत्रएकसाथपीएमकोभेजेगा।