जागरणसंवाददाता,अमृतसर:कोविडमहामारीकेदौरानजहांएकतरफहरकोईअपनोंसेभीमुंहमोड़रहाहै।वहींकोविडमरीजोंतकखानापहुंचानेकीसमस्याएकचुनौतीकेतौरपरउभररहीहै।मगरइसमुश्किलसमयमेंभीअलग-अलगसंस्थाएंऔरदानवीरलोगआगेआरहेहैंऔरमरीजोंतकखानापहुंचानेकाकामकररहेहैं।
इसीसोचकेसाथमहिदराकालोनीकीलेडीजएसोसिएशनइसकाममेंजुटीहुईहै।जोकिरोजानाकरीब100मरीजोंतकखानाडिलीवरकररहीहै।एसोसिएशनकीचेयरपर्सनमीनूसहगलनेबतायाकिइस्कानमंदिरकीओरसेमरीजोंतकखानापहुंचानेकाकामशुरुकियाहै।उनकेइसउद्देश्यमेंवहसभीमहिलाएंभीसाथआगईहैं।उनकेसाथ21अन्यमहिलाएंजुड़ीहुईहैं।सभीअपनीपाकेटसेकुछनकुछसहयोगकररहीहैं।उनकीतरफ300किलोआटा,दोटीनदेसीघी,सहितअन्यसामग्रीमुहैयाकरवाईजारहीहै।इसकेतहतरोजाना100लोगोंकाखानातैयारकरवाकरडिलीवरकियाजारहाहै।उन्होंनेबतायाकिइसकेलिएएकनंबरभीजारीकियाहै।ताकिजिनलोगोंकोभीजरूरतहो।वहउनसेसंपंर्ककरसकें।मीनूसहगलनेबतायाकि14मईकोयहप्रयासशुरुकियाथा।पहलेदिन40केकरीबलोगोंतकखानापहुंचायाथा।मगरसंख्याबढ़रहीहै।इसमुश्किलसमयमेंहरकिसीकोएकजुटहोकरजरूरतमंदलोगोंकीमददकरनीचाहिए।उन्होंनेकहाकिवहऔरउनकीपूरीएसोसिएशनलगातारअपनाप्रयासजारीरखेंगी।ताकिमरीजोंतकसाफसुथरावअच्छाभोजनपहुंचतारहे।