गुरुग्राम[सत्येंद्रसिंह]। RafalPilotRohit: युद्धकविमानराफेलकोलानेमेंगुरुग्रामकाएकलाडलाभीशामिलहै।पायलटरोहितकटारियागांवबसईकेरहनेवालेहैं।इससेनकेवलगांवबसईबल्किपूरेगुरुग्राममेंउत्साहकामाहौलहै।सभीअपनेलाडलेकेऊपरगर्वमहसूसकररहेहैं।
छुट्टीमेंदादासेमिलनेआतेहैंरोहित
गांवनिवासी85वर्षीयनारायणसिंहकेबड़ेभाईकेपांचपुत्रोंमेंसबसेबड़ेरोहितकटारियाकेपिताकर्नल(रिटा.)सतबीरसिंहहैं।वेपरिवारसहितसेक्टर-56केजलवायुविहारमेंरहतेहैं।वहसमय-समयपरगांवआतेरहतेहैं।रोहितभीछुट्टीसेआनेपरदादासहितपरिवारकेअन्यसदस्योंसेमिलनेपहुंचतेहैं।जबसेपरिवारकेलोगोंकोजानकारीमिलीहैकिउनकालाडलाउनचुनिंदेपायलटोंमेंशामिलहैजोफ्रांससेयुद्धकविमानराफेललेकरआरहेहैं,तबसेसभीकीखुशीकाठिकानानहींहै।
देशकानामकियारोशन
दादानारायणसिंहकहतेहैंकिपोतेनेपरिवार,समाजवदेशकानामरोशनकरदिया।उसकेऊपरबहुतगर्वहै।गांवनिवासीओमदत्तकटारियाकहतेहैंकिरोहितऐसीखुशीहैजिसकीकोईसीमानहीं।पूरागांवगौरवान्वितहै।उसनेगांवकानामपूरीदुनियामेंरोशनकरदिया।बचपनसेहीवहबहुतहीतेजथा।उसकेभीतरदेशप्रेमकीभावनाकूट-कूटकरभरीहै।उसकीबातोंसेहरकोईप्रेरितहोताथा।आजउसनेवहखुशीदीहैजिसकेबारेमेंकोईसोचभीनहींसकताथा।गांवकेलोगोंनेमिठाइयांबांटकरखुशीकाइजहारकिया।
सैनिकस्कूलतिलैयाकेछात्ररहेहैंरोहितकटारिया
रोहितकटारियाझारखंडकेकोडरामजिलेकेतिलैयासैनिकस्कूलकेछात्ररहेहैं।वैसेजहां-जहांउनकेपिताकीपोस्टिंगरहीवहांरहे।इसवजहसेपढ़ाईकेदौरानगांवआनाकमहोगयाथा।वायुसेनामेंजानेकेबादसेफिरगांवआनातेजहोगया।