पश्चिमचंपारण,[विभोरपांडेय]।जिसआंगनमेंकभीचूल्हाजलताथा,आजवहांनदीबहरही।चारमाहपहलेतकजोगांवगुलजारथा,वहांहरहानदीकीबेकाबूधारानेऐसाकहरबरपायाकिहरओरतबाहीकेनिशानहैं।पश्चिमचंपारणकेरामनगरप्रखंडकेगर्दीदोनगांवकोनदीनेविस्थापितोंकागांवबनाकरछोड़दियाहै।करीबढाईसौपरिवारोंकोबीतेएकदशकमेंतीनबारविस्थापनकादंशझेलनापड़ा।इनमें210परिवारतोपहलेहीदूसरीजगहजाबसेथे।इससालअप्रैलतक40परिवारअपनीमिट्टीपरबनेहुएथे,लेकिननदीनेउन्हेंंभीदोकिलोमीटरदूरविस्थापितकरदिया।अबयेजैसे-तैसेजीवनकाटरहेहैं।
एकदशकमेेंबदलगईतस्वीर
ग्रामीणसुखारीपटवारीबतातेहैंकिनेपालसेनिकलकरगंडकमेंमिलनेवालीयहनदी10सालपहलेगर्दीदोनसेएककिमीदूरबहतीथी।बांध,कटानऔरगादकेकारणकईजगहइसकीधाराप्रभावितहुई।नौरंगियादोनपंचायतकेवार्डसदस्यसुभाषप्रसादबतातेहैंकिएकसमयमें250परिवाररहतेथे।हरहाकीबदलतीधाराकेबीचलोगविस्थापितहोनेलगेथे।पिछलेदोवर्षोंमेंनदीनेअपनीधाराबदलीहैऔरयहगांवकेबीचोंबीचसेहोकरबहनेलगीहै।अबएकऐतिहासिककुआंऔरआसपासबनाचबूतराहीबचगयाहैजोनदीकाजलस्तरकमहोनेपरसामनेआयाहै।यहीपूर्वमेंगांवहोनेकीगवाहीदेरहाहै।
रेतमेंबदलगए500एकड़खेत
गांवकेगुमस्ताराम,बिहारीमहतोऔरहरलालपटवारीबतातेहैकियहांकिसीकेपक्केघरनहींथे।झोपड़ीमेंहीगुजर-बसरहोताथा।मिश्रितखेतीसेकामचलताथा,लेकिननदीकीधारामेंनघरबचे,नहीखेती।गन्नेऔरधानकीफसलेंनदीकीभेंटचढ़गईं।रामनगरविधायकभागीरथीदेवीकाकहनाहैकिदोनक्षेत्रकाएकगांवजहांआदिवासीवथारूसमुदायकेलोगोंकीआबादीथी,वहनदीकेकारणइतिहासबनगया।विस्थापितग्रामीणोंकेलिएजमीनउपलब्धकरानेकीपहलकीजाएगी।