जागरणसंवाददाता,शिमला:हिमाचलप्रदेशविश्वविद्यालय(एचपीयू)शिमलाकीकार्यकारीपरिषद(ईसी)कीबैठकमेंहाईकोर्टकेआदेशपरचर्चाकीगई।चर्चाकेबादप्रदेशकेमहाधिवक्तासेकानूनीसलाहलेनेकेबादतीनसप्ताहकेबाददोबारासेबैठककरनेकाफैसलालियाहै।प्रदेशउच्चन्यायालयनेकुछदिनपहलेफैसलासुनायाथाकिएचपीयूमेंबिनाप्रवेशपरीक्षादाखिलादेनागैरकानूनीहै।हालांकिकोर्टनेपहलेहोचुकेदाखिलोंकोरदकरनेसेइन्कारकरदियाथा।
शुक्रवारकोहुईबैठकमेंविश्वविद्यालयकेपरीक्षानियंत्रकऔरडीनऑफस्टडीकोबुलायागया।बैठकमेंबतायाकियूजीसीकीसितंबरमेंजारीकीगईगाइडलाइनकेमुताबिकहीप्रवेशपरीक्षानकरवानेकाफैसलालियाहै।विश्वविद्यालयप्रशासननेकोरोनाकेकारणयूजीसीकामानकोंकापालनकरतेहुएहुएहीबिनाप्रवेशपरीक्षादाखिलादेनेकाफैसलालियाथा।
बैठकमेंपंचायतसचिवकीप्रवेशपरीक्षाकाशुल्ककमकरनेपरचर्चाहुई,लेकिनइसपरसहमतिनहींबनसकी।विश्वविद्यालयप्रशासननेअपनीजोभीपरीक्षाएंकरवाईहैं,उसकेलिएभीइतनीहीफीसलीहै।हालांकिआरक्षितवर्गकेआवेदकोंकोफीसमेंराहतदेनेकेलिएसरकारसेअतिरिक्तबजटमांगनेकाफैसलालियाहै।एमफिलकेविद्यार्थियोंऔरपीएचडीकेशोधार्थियोंकोशोधजमाकरवानेकेलिएछहमाहकाअतिरिक्तसमयदेनेकाफैसलालियाहै।यूजीसीनेअपनेजारीनिर्देशमेंसाफकियाहैकिकोरोनामहामारीकेचलतेशोधजमाकरवानेकेलिएछहमाहकाअतिरिक्तसमयदियाजाए।बैठककीअध्यक्षताकुलपतिप्रो.सिकंदरकुमारनेकी।