बरेली,जेएनएन।बरेलीमेंजल्दहीभुतायाबिथरीचैनपुरब्लॉककेएकगांवकोन्यूट्रीविलेज(पोषकगांव)मॉडलकेरूपमेंविकसितकियाजाएगा।इसगांवकेहरघरमेंपोषणवाटिकातैयारकीजाएगी।जहांभारतीयपशुचिकित्साअनुसंधानसंस्थान(आइवीआरआइ)काकृषिविज्ञानकेंद्रफलऔरमौसमीसब्जियोंकेपौधेवबीजनिश्शुल्कउपलब्धकराएगा।उन्हेंफल-सब्जीउगानेकेतरीकेभीबताएगा।इसकेजरियेघरोंमेेंसब्जीवफलउगाएजासकेंगे।मंगलवारकोकृषिविज्ञानकेंद्रकीवैज्ञानिकसलाहकारसमितिकीबैठकमेंइसप्रस्तावकोमंजूरीमिलगईहै।भारतीयकृषिअनुसंधानसंस्थानअपनेकुछसंस्थानोंमेंयहप्रयोगशुरूकरचुकाहै।
पांचहजारकिसानहैैंपंजीकृत
आइवीआरआइकेकृषिविज्ञानकेंद्रमेंकरीबपांचहजारकिसानपंजीकृतहैैं।केंद्रकेअध्यक्षएवंवरिष्ठवैज्ञानिकडॉ.आरकेसिंह बतातेहैंकिभुतायाबिथरीचैनपुरमेंसेएकब्लॉककेएकगांवकोन्यूट्रीविलेज(पोषकगांव)केलिएचयनितकियाजाएगा।गांवकेप्रत्येकघरकोअमरूद,अनार,पपीताआदिमौसमीफलकेपेड़औरबीजउपलब्धकरानेकाभीप्रयासरहेगा।
कुपोषणकोदूरकरनेकेलिएलियाफैसला
डॉ.सिंहबतातेहैैंकिगांवमेंकाफीसंख्यामेंकुपोषितमहिलाएंऔरबच्चेमिलतेहैैं।इसकीवजहहैसंतुलितआहारकेअभावमेंप्रोटीनऔरविटामिनकीकमी।इसकमीकोपूराकरनेकेलिएन्यूट्रीविलेजकॉन्सेप्टतैयारहुआहै।घरोंमेंजगहकेआधारपरपोषणवाटिकाबनेगी।उन्हेंटेक्नोलॉजीकेसाथस्थानीयसंसाधनोंकाइस्तेमालकरनेकेतरीकेभीबताएंगे।जनवरीमेंयोजनाकोअमलीजामापहनायाजाएगा।ग्रामीणोंकोकेंचुएदेकरजैविकखादबनानेकेबारेमेंभीबतायाजाएगा।
अंडेकीमार्केटिंगकरेगाकृषिविज्ञानकेंद्र
कृषिविज्ञानकेंद्रन्यूट्रीविलेजकेअलावाकिसीएकगांवकोमुर्गीवबकरीपालनकेलिएभीतैयारकरेगा।उन्हेंमुर्गीपालनेे,अंडेकीपैकेजिंगमार्केटिंगसहिततमामचीजोंकाप्रशिक्षणमिलेगा।केंद्रीयपक्षीअनुसंधानसंस्थानसेइसमेंसहयोगमिलेगा।