वहींपीएमकेउसफैसलेकोएक्सपर्टनेएकअच्छाकदमबतायाहै.दरअसलदिल्लीकेसरगंगारामअस्पतालकेपीडियाट्रिकपल्मोनोलॉजिस्टडॉधीरेनगुप्तानेकहा,"येबहुतहीअच्छाकदमहै.फ्रंटलाइनवर्करोंकोवैक्सीनलगवाएहुए1सालहोगयाहै.तोअबलोगोंकोबूस्टरडोजकीकाफीजरूरतहै."उन्होंनेकहाकिकेंद्रकोजितनीजल्दीहोसकेहमें'PrecautionDose'शुरूकरदेनीचाहिए.डॉधीरेननेकहाकिअगलीयोजना5सालसेऊपरकेबच्चोंकाटीकाकरणकरनेकीहोनीचाहिए.बालरोगविशेषज्ञोंकोइनबच्चोंकोउनकेक्लीनिकमेंटीकालगानेकीअनुमतिदीजानीचाहिए.
बूस्टरडोजमीलकेपत्थरकाकामकरेगा
बूस्टरडोज़कीसरकारकीघोषणापररेडिक्सहेल्थकेयरकेनिदेशकडॉ.रविमलिकनेकहा,"यहएकऐतिहासिकनिर्णयहैऔरCOVID-19केखिलाफलड़ाईमेंएकमीलकेपत्थरकेरूपमेंकामकरेगा.क्योंकिवैक्सीनइसबीमारीकेखिलाफसबसेप्रभावीउपकरणहै."उन्होंनेआगेकहा,"PMनेठीकसमयपरबच्चोंकीवैक्सीनऔरबूस्टरडोज़काऐलानकियाहै.बच्चोंकोवैक्सीनलगनाजरूरीहैक्योंकिउनकेअभिभावककाफीअसुरक्षितमहसूसकररहेथे.हेल्थकेयरवर्करकोभीअबवैक्सीनलगनीजरूरीहैजिससेउनकेशरीरमेंफिरसेएंटीबॉडीजबनसके."
बच्चोंकेवैक्सीनदेनेकेफैसलेकास्वागत
IMAअध्यक्ष,जे.ए.जयलालनेकहा,"15-18उम्रकेबच्चोंकीवैक्सीन,हेल्थकेयरऔरफ्रंटलाइनवर्कर्सकेलिएबूस्टरडोज़कीप्रधानमंत्रीकीघोषणाकाहमस्वागतकरतेहैं.मैंनेPMकोपत्रलिखकरसुझावदियाहैकिबच्चोंकेटीकाकरणमेंबालरोगविशेषज्ञों,पारिवारिकचिकित्सकोंकाइस्तेमालहोनाचाहिए."