प्रशांतयादवमीरजापुर
:लॉकडाउनहोनेकेबादकंपनियोंद्वाराकामऔरभोजनदेनेसेहाथखड़ाकरदिएजानेकेबादगाजियाबादमेंमजदूरीकररहेएकहीगांवके50लोग25मार्चकोघरकेलिएरहनाहोगए।साधनकीआसमेंबसस्टैंडपहुंचेतोकोईगाड़ीनमिलनेपरपैदलहीरवानाहोगए।रास्तेमेंकहींपरखानानहींमिलनेकेबावजूदघरसेबनाकरलिएगए100रोटीकोएक-एकटुकड़ाकरतीनदिनोंतकखाकरसफरकोतयकरतेरहे।तीनदिनोंकेबादजबखानासमाप्तहोगयातोबच्चोंकेलिएचाररोटीबचाली।जिसकाएक-एकटुकड़ाउनकोखिलाकरपानीपिलातेहुएउनकीभूखकोमांमिटातीरही।साथहीउनसेकहाकिघरचलनेपरमिठाईखिलाएंगी।
शनिवारकीरातमीरजापुरजनपदकेभरूहनाचौराहेपरपहुंचनेकेबादउनपरदेसियोंनेकुछलोगोंसेबिहारजानेकारास्तापूछातोसभीहैरानहोगए।शरीरसेथकेहारेदिखरहेलोगोंकेपासचलनेकीशक्तिनहींथी,पैरोंमेंछालेहीछालेदिखाईदेरहेथे,लेकिनफिरभीउनकेमनमेंघरपहुंचनेकीललकथी।जबलोगोंनेउनसेइसझुंडकेकारणदूसरोंमेंकोरोनाफैलनेकीबातकहीतोआराजिलेकीनिवासीरामबचन,मेघई,बब्बन,दुलारे,नीरज,रमेश,राजेशवविनोदनेकहाकिवेलोगअपनेटेस्टकराकरचलेहैं।आराजिलेकेहीईचरीवगड़हनीनिवासीरामदुलारी,रीता,सुशीलाकहतीहैंकिभैयाभूखसेबचबेतोबनकोरोनापकड़इएगा।मासूमोंकोबिखलतादेखकुछलोगोंनेउनकोअपनेघरसेरोटीऔरअचारलाकरदिया।कहाकिरातयहींरूकजाइएसुबहसभीचलेजाइएगालेकिनवेनहींमानेंतोऔरकुछरोटियांलेनेकेबादआगेरवानाहोगए।चारदिनोंकेसफरकेदौरानसभीने400किलोमीटरकासफरतयकियाथा।बिहारकेआराजिलेकेरहनेवालेयेमजदूरपिछलेपांचसालोंसेलगातारएकप्लांटमेंकामकररहेथे।आराजिलेकेहीरामविलासनेकहाकिरास्तेमेंकईसमस्याओंकासामनाकरनापड़ा।सबसेबड़ीदिक्कतखानेंवपानीकीहुई।