जागरणसंवाददाता,करनाल:एंथमइंटरनेशनलस्कूलनिगदूमेंदैनिकजागरणकीसंस्कारशालाकीपाठशालामेंबच्चोंकोसंस्कारवानकीसीखदीगई।शिक्षकोंनेबच्चोंकोनैतिकशिक्षाकोआत्मसातकरनेपरजोरदिया।बच्चोंनेभीसंस्कारोंकोजीवनमेंधारणकरनेकासंकल्पलिया।शिक्षकोंनेबच्चोंकोसंस्कारशालाकेउद्देश्यवमहत्वकेबारेमेंभीजानकारीदी।
प्रिसिपलमनोजगौतमनेबच्चोंकोदैनिकजागरणमेंछपीकहानीपढ़करसुनानेकेसाथहीइसकेवास्तविकउद्देश्यकोभीसमझाया।विद्यार्थियोंसेसंस्कारशालामेंसक्रियभागीदारीसुनिश्चितकरनेकोकहानीमेंछपेप्रश्नभीपूछेगए।कहानीकोध्यानसेसुनऔरसमझरहेविद्यार्थियोंमेंप्रश्नोंकाजवाबदेनेकेलिएउत्साहनजरआया।कईमौकेऐसेरहेकिस्टोरीरीडरकेसवालपूरापूछनेकेसाथहीएकसाथकईछात्रजवाबदेनेकेलिएआगेआगए।कहानीसेमिलीसीखकेबारेमेंबतानेकेलिएकहागयातोइसकेलिएछात्रोंमेंहोड़मचगई।
प्रिसिपलनेकहाकिहमेंअपनाअधिकसेअधिकसमयअपनेअभिभावकोंऔरपरिवारकेबुजुर्गोकेसाथगुजारनाचाहिए।ताकिउनसेअच्छीबातेंसीखनेकामौकामिलसके।इसकेसाथहीपशुपक्षियोंकेप्रतिभीप्रेमभावरखनाचाहिए।आगेसेवहसुबहउठकरअपनीछतपरपक्षियोंकेलिएदानाऔरपानीरखें।
उन्होंनेकहाकिस्मार्टफोननेलोगोंकेकामकोआसानकियाहै,लेकिनअपनोंसेदूरकरदियाहै।डिजिटलतकनीककाइस्तेमालसिर्फकामतकसीमितहोनाचाहिए।इसकेबादकासमयहमेंअपनेपरिजनोंकेसाथबितानाचाहिए,जिससेरिश्तोंमेंदूरीनहींआए।स्कूलकीनिदेशकवीनाखेतरपालनेदैनिकजागरणकीइसमुहिमकोसाधुवाददिया।इसदौरानशिक्षकसतीशराणा,नवनीत,उदय,प्रीति,पूनम,नीरू,ऊषा,सीमा,कविता,रेखा,रणजीत,राकेश,गुरदीपवसंध्यामौजूदरही।