ग्रेटरनोएडा[अजबसिंहभाटी]।दादरीकेबंबावड़गांवमेंकिसानोंनेखेतीकरनेकीनईराहदिखाईहै।साढ़ेचारसौमेंसेचारसौकिसानजैविकखेतीकररहेहैं।प्रशासननेभीबंबावड़कोजैविकगांवबनानेकीदिशामेंकदमबढ़ादियाहै।जिलाकृषिअधिकारीविनोदकुमारऔरजिलाकृषिरक्षाअधिकारीप्रदीपकुमारयादवनेचारदिनपहलेकिसानपाठशालाआयोजितकरशेषकिसानोंकोभीजैविकखेतीकरनेकेलिएप्रेरितकिया।
किसानोंकोएकजुटकरकिसानउत्पादकसंगठन(एफपीओ)कागठनभीकरायाजारहाहै।इसकेबादकिसाननकेवलआसानीसेशासनकीयोजनाओंकालाभउठासकेंगेबल्किएफपीओकिसानोंकोखेतीकेसाथव्यापारसेजोड़नेमेंकारगरहोगा।20किसानऐसेहैंजोकड़ीमेहनतकेबूतेसहभागीगारंटीप्रणाली(पीजीएस)इंडियासेजैविकखेतीकरनेकाप्रमाणपत्रभीहासिलकरचुकेहैं।अधिकारियोंकादावाहैकियहप्रदेशकापहलाऐसागांवहै,जहांइतनेज्यादाकिसानजैविकखेतीकररहेहैं।
जैविकखेतीसेउत्पादनमेंहुआइजाफा
गांवमें30हेक्टेयरखेतीकीजमीनहै।विभागकेमुताबिकप्रतिएकड़गेहूंवधानउत्पादन16से17क्विंटलप्रतिएकड़केहिसाबसेहोनाचाहिए,लेकिनजैविकखेतीकरकिसानगेहूंवधानउत्पादन19से20क्विंटलप्रतिएकड़उत्पादनकररहेहैं।कृषिविभागकादावाहैकिमृदाप्रशिक्षणमेंअन्यक्षेत्रोंकीअपेक्षाबंबावड़गांवकीजमीनमेंआर्गेनिकमैटर(ओसी)ज्यादापायागयाहै।
अबतोगांवमेंहीआजातेहैंखरीदार
हालांकिसब्जीवदलहनकीपैदावारकिसानअपनीजरूरतकेहिसाबसेहीकररहेहैं।अपनीफसलकोबेचनेकेलिएकिसानोंकोमंडियोंमेंभीनहींजानापड़ताहै।इससंबंधमेंकिसानराजकरणनेबतायाकिआसपासकेगांवोंसेहीगेहूं,धान,सब्जीआदिकोखरीदनेकेलिएलोगगांवपहुंचजातेहैं।उनकेउत्पादमहंगीदरसेखरीदेजारहेहैं।
उन्होंनेबतायाकिकुछकारोबारीभीकिसानोंसेजुड़गएहैं।फसलउत्पादनमेंलागतभीकमआतीहै।उन्हेंरासायनिकदवा,खादआदिखरीदनेकीजरूरतनहींपड़तीहै।ग्रामीणोंकेस्वास्थ्यमेंभीसुधारआयाहै।बालविकासविभागकीएकरिपोर्टकेमुताबिकवर्ष2018मेंगांवमेंअतिकुपोषितबच्चोंकीसंख्यानौथी,लेकिनमौजूदासमयमेंमहजतीनबच्चेकुपोषणकीश्रेणीमेंहै।गांवमेंएकभीधात्रीमहिलानहींहै।
15सालपहलेओमवीरनेकीथीजैविकखेतीकीशुरुआत
किसानओमवीरनागरने15सालपहलेजैविकखेतीकीशुरुआतकीथी।उनकोकाफीअधिकमुनाफाहोताजबअन्यकिसानोंनेदेखा,तोवेभीऐसाहीकरनेलगे।दरअसल,ओमवीरनागरचर्चामेंतबआएजबउनकेद्वारासमेकितकृषिप्रणालीकोगुजरातकेतत्कालीनमुख्यमंत्रीपदपररहतेहुएनरेन्द्रमोदीनेसराहाथा।इतनाहीनहीं,तबगुजरातसरकारनेउन्हेंसम्मानितभीकियाथा।देशऔरराज्यस्तरपरभीवेप्रशस्तिपत्रऔरपुरस्कारहासिलकरचुकेहैं।