बलरामपुर:वनग्रामसेराजस्वग्रामकादर्जामिलनेकेचारसालबादभीथारूबाहुल्यगांवनरिहवाकाअपेक्षितविकासनहींहोसकाहै।सड़क,पानी,बिजलीजैसीमूलभूतसुविधाओंसेवंचितथारूसमाजकेलोगआजभीआदिवासीजीवनजीनेकोविवशहैं।जनप्रतिनिधियोंवअफसरोंकीअनदेखीकेचलतेयहांकेबा¨शदोंकोमूलभूतसुविधाएंनसीबनहींहैं।
क्षेत्रकेवनग्रामनरिहवाकोवर्ष2014मेंराजस्वग्रामकादर्जामिलाथा।जिसेराजस्वग्रामवनग्रामचंदनपुरसेजोड़ागया।पिछलेपंचायतचुनावमेंपहलीबारयहांकेथारूजनजातिकेलोगोंनेमताधिकारकाप्रयोगकिया।मतदाताबननेकेबादथारुओंमेंविकासकीउम्मीदजगीथी।जोअबतकपूरीनहींहोसकी।ग्राम-80वर्षीयचंद्रिकाप्रसादकाकहनाहैकिपांचकिलोमीटरजंगलकेखतरनाकरास्तेपरचलनेकेबादलोगनरिहवागांवतकपहुंचपातेहैं।बरसातहोनेपरगांवकेपासस्थितछिहुलीनालामेंउफानआनेसेआवागमनठपहोजाताहै।नालेपरपुलनिर्माणनहींकरायाजारहाहै।अमाशीनेबतायाकिअस्पतालतकपहुंचनेकेलिए30किलोमीटरकीदूरीतयकरनीपड़तीहै।गांवमेंस्वास्थ्यकेंद्रकीआवश्यकताहै।निराशीनेबतायाराजस्वग्रामकादर्जामिलनेकेबादभीयहांकेलोगसरकारीयोजनाओंकेलाभसेवंचितहैं।जनप्रतिनिधियोंकीउदासीनतासेगांवकेदिननहींबहुरसकेहैं।प्रधानकेबोल:
-ग्रामप्रधानविनीतकुमारकाकहनाहैकिइसगांवमें48घरहैं।अबतकमात्रसातपरिवारोंकोहीआवासमिलाहै।27शौचालयबनवाएगएहैं।140मीटरसीसीरोडव120मीटरखड़ंजालगवायागयाहै।गांवकीसभीगलियोंकोपक्काकरनेकाप्रस्तावकियागयाहै।