संवादसहयोगी,करौं(देवघर):प्रखंडमुख्यालयसेचारकिमीदूरकेंदवरियागांवहै।यहगांवदोटोलोंमेंबंटाहै।एकटोलेमेंलगभग22घरकुम्हारसमुदायकेहैं।जिनकीजीविकामिट्टीकेबर्तन,प्याला,सुराही,खपड़ाआदिबनाकरचलतीथी।वर्तमानमेंतेजीसेघूमतेचाकपरमिट्टीकोअपनीउंगलियोंसेमनचाहाआकारदेनेवालेकुम्हारकीजिदगीबेकारहोकररहगईहै।टोलेकीमुख्यसड़कपरबिल्कुलसन्नाटापसराहुआदिखा।कुछलोगघरकेबाहरबैठकरकोरोनाकेकारणहोनेवालीपरेशानीकीचर्चाकरतेदिखे।लालमोहनपंडितनेकहाकिकहियोबाबूइकोरोनासबकुछखत्मकरदेलको।वहींसाधनपंडित,भीमपंडित,काजूपंडित,धनेश्वरपंडित,निर्मलपंडितनेकहाकिप्लास्टिकउत्पादोंकेबढ़तेप्रचलनकेकारणधंधापहलेहीठपहोचुकाहै।अबदोटाइमभोजनकाजुगाड़होपानामुश्किलहोगयाहै।बतायाकिसरकारसेराशनमिलरहाहै।जिससेउनलोगोंकेघरोंमेंकिसीतरहसेचूल्हाजलरहाहै।
समस्याओंसेजूझरहेकुम्हार:चितलालपंडित,मनभरणपंडित,प्रवीणपंडितआदिनेबतायाकिमिट्टीवपानीकीसमस्यानेइसधंधेकीकमरतोड़दीहै।पहलेइसव्यवसायकेलिएयहगांवकाफीचर्चितथा।लेकिनसमयबीततेकेसाथसबकुछखत्महोनेलगाहै।गांवमेंकच्चेमकानकीसंख्याकाफीकमहोगईहै।जिसकारणछतमेंलगनेवालेखपड़ेकीबिक्रीनहींकेबराबरहोतीहै।अबइसधंधेसेलाभनहींहै।सबसेज्यादापरेशानीमिट्टीकेलिएहोतीहै।पहलेवर्षोंसेमिट्टीवनविभागकीजमीनसेलाईजातीथी।लेकिनवर्तमानमेंइसपररोकलगादीगईहै।पानीकीसमस्याएवंकोयलेकेदाममेंबढ़ोत्तरी।जिसनेइसधंधेकीकमरतोड़कररखदीहै।परिवारकेचारसदस्योंकीकड़ीमेहनतकेबादएकदिनमेंढाईसौखपड़ेकानिर्माणहोपाताहै।जिसेपकाकरतीनहजाररूपयेमेंबेचाजाताहै।लागतकेअनुसारउन्हेंलाभनहींमिलपाताहै।