मेरठ,जेएनएन।मानवाधिकारमनुष्यकेजीवनकेलिएउतनेहीअहमहैजितनाकीप्रकृतिहमारेलिए।मनुष्यकोयहअधिकारउनकेमानवहोनेकेनातेहासिलहोतेहैं।जिसकेबिनावहअधूराहै।इसकेबलपरमनुष्यस्वतंत्रता,समानता,शिक्षा,रोजगारजैसेअधिकारोंकाहकदारहोताहै।जानकारीकेअभावमेंलोगअत्याचारकाशिकारबनजातेहैं।ऐसेमेंलोगोंकोजागरूकबनानेकेलिएरामनाथफाउंडेशनकीविधिकइकाईलेगमप्रेक्सिसनामकीएकसंस्थालोगोंकोआनलाइनमाध्यमसेलोगोंकोउनकेविभिन्नमानवाधिकारोंकेबारेमेंजानकारीदेरहेहैं।इकाईमेंअधिकतरविधिकजानकारीरखनेवालेलोगवअधिवक्ताहै।रामनाथफाउंडेशनकेमुख्यकार्यकारीपदाधिकारीशोभितगर्गनेबतायाकिलेगमप्रेक्सिसइंटरनेटमीडियाकेमाध्यमसेलोगोंकोउनकेअधिकारोंकेकानूनवफैसलोंकीजानकारीदेतीहै।लेगमप्रेक्सिससेमेरठकेअलावादेहरादून,गुरुग्राम,जयपुरआदिजगहोंकेअधिवक्ताभीजुड़ेहैं,जोलोगोंकेअधिकारोंकेलिएअलग-अलगतरीकेसेप्रयासकररहेहैं।उन्होंनेबतायाअशिक्षितवर्गकेसाथ-साथशिक्षितवर्गभीमानवाधिकारोंकीजानकारीनहींरखता।जिनकीजानकारीकेबिनालोगोंकोअपनेअधिकारोंसेवंचितहोनापड़ताहै।
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