बहराइच):हरदीथानाक्षेत्रकेमुरलीपुरवागांवकेतेजरामकीहत्याकेबादमां-बापकीआंखेंपथरागईहैं।मृतककेदोमासूमोंकीआंखेंदरवाजेपरआनेवालेलोगोंकोनिहाररहीहैं।उन्हेंक्यापताकिहमेशाकेलिएउनकेसिरसेपिताकासायाउठचुकाहै।
मुरलीपुरवागांवनिवासीमृतककेपरिवारमेंपितारामसागर,मांज्ञानवतीकेअलावाबड़ाभाईरामनरेश,छोटाभाईमदनलाल,पत्नीसुनीतावदोमासूमबच्चोंसमेतभरापूरापरिवारहै।परिजनोंकाकहनाहैकिसभीभाईअलग-अलगरहतेथे।बावजूदइसकेउनमेंकभीकोईमनमुटावनहींरहा।तेजरामकीमौतनेपूरेपरिवारहीनहीं,गांवकोभीझकझोरकररखदियाहै।घटनाकेबादपरिजनोंकारो-रोकरबुराहालहै।पितानेरोतेहुएबतायाकिउसकेबेटेसेकभीकिसीकाकोईझगड़ानहींहुआ।वहतोमार्गदुर्घटनामेंघायलअपनेसालेमनोजकाहालचाललेनेजारहाथा।उसकीकिसीसेक्यादुश्मनीथी।सीधे-साधेबेटेकोगोलीमारनेमेंहत्यारोंकोतनिकभीदयानहींहै।यहकहतेहुएरामसागरबेसुधहोगए।पत्नीसुनीतादेवीदहाड़ेमारकररोरहीथी।पूरेपरिवारकोगांवकेलोगसमझाने-बुझानेमेंजुटेथे।दरवाजेपरचीत्कारमचाहुआथा।मृतककापांचवर्षीयबेटासुनीलवदोवर्षीयबेटीममतादरवाजेपरआने-जानेवालेहरकिसीकोमासूमियतभरीनजरोंसेनिहाररहीथीं।