संसू,चरवा:विकासखंडचायलक्षेत्रकेकेसीकापूरागांवसेचरवाकोजानेवालीसड़ककोलोकनिर्माणविभागनेदोदशकपूर्वबनायाथा।इनदिनोंसड़कपूरीतरहसेगड्ढेमेंतब्दीलहोगईहै।जिसकीवजहसेराहगीरोंकाचलनादूभरहोगयाहै।सड़ककीमरम्मतकरानेकीमांगस्थानीयलोगोंनेक्षेत्रीयविधायकवआलाअधिकारियोंसेकईबारकीहै।इसकेबादभीसड़ककीमरम्मतनहींकराईगई।
चरवाकोकेसीकापूरागांवसेजोड़नेवालीसड़ककानिर्माणकरीब20सालपहलेहुआथा।इसकेबादसेइससड़कपरकिसीप्रकारकोईकामनहींहुआ।इसकाआलमयहरहाकिइससड़कपरबड़े-बड़ेगड्ढेहोगएहैं।करीबचारकिलोमीटरकीसड़कसेहोकरगुजरनेमेंलोगोंकोसोचनापड़ताहै।अकेलामार्गहोनेकेकारणवहइसरास्तेपरचलनेकेलिएमजबूरहैं।करीबदससालसेगांवकेलोगइससड़ककेनिर्माणकीमांगकररहेहैं।इसकेबादभीअबतकनतोइसऔरकिसीअधिकारीनेध्यानदियाऔरनहीगांवपहुंचनेवालेकिसीनेतानेइसऔरध्यानदिया।ग्रामीणोंनेबतायाकिगांवपहुंचनेकेलिएएकरास्ताअयोध्याकापूरागांवसेजुड़ाहै।यहरास्तालंबाहै।इसलिएलोगछोटेमोटेकामकेलिएइसरास्तेकाकोईप्रयोगनहींकरता।केवलचारपहियावाहनवबड़ीगाड़ीवालेहीइसरास्तेसेहोकरगांवआतेहैं।गांवकेलोगोंकादावाहैकिइससड़ककोकरीब20लाखकीलागतसे20सालपहलेबनायागयाथा।कहतेहैंग्रामीण
दोदशकपूर्वइससड़ककानिर्माणलोकनिर्माणविभागकीओरसेकरायागयाथा।प्रदेशसरकारसड़कोंकोगड्ढेसेमुक्तकरनेकोअभियानचलायाहै,लेकिनइसअभियानकाअसरइससड़कपरनहींदिखा।
मंझनपुरकेसाथहीकमिश्नरआफिसमेंभीपत्रदियागया।हरबारइसबातकीआशाजगतीहैकिशायदसड़कबने,लेकिनकोईहालजाननेभीनहींआया।
-दिलीपकुमारमिश्रा
इनदिनोंसड़कपूरीतरहसेगड्ढेहोगएहै।कमदूरीकेकारणलोगइससड़ककाप्रयोगकरनेकोमजबूरहै।बारिशमेंयहसड़कऔरभीघातकहोजातीहै।
सड़कनहोनेकेकारणगांवमेंखरीदारीकरनेवालेव्यापारीभीकमआतेहै।इससेकिसानोंकोउनकीफसलकाउचितमूल्यनहींमिलता।उनकोकमदामपरअपनीफसलबेचनापड़रहाहै।