राकेशकुमारसिन्हा,लोहरदगा:लोहरदगाजिलामुख्यालयसे26किलोमीटरकीदूरीपरस्थितकैरोप्रखंडकीनरौलीपंचायतकाहरगांवसूनापड़ाहुआहै।पंचायतकीआबादी8,250है।पंचायतमेंनरौली,पचागांई,ख्वासअंबवा,नगजुआवचेरिमागांवहैं।आदिवासीबहुलगांवमेंकोरोनासंक्रमणसेपहलेचहल-पहलहोनासामान्यबातथी।आजगांवमेंसन्नाटाहै।गांवमेंपीसीसीसड़कदेखकरअहसासहोताहैकिगांवमेंविकासतोहुआहै।गांवकेपहलेघरकेबाहरबैठेबुजुर्गकेचेहरेपरमायूसीबतागईकिगांवमेंस्थितिसामान्यनहींहै।वृद्धव्यक्तिनएव्यक्तिकोदेखकरथोड़ासकपकागया।वृद्धनेपूछाक्याकामहै,किसेढुंढरहेहैं।वहांआनेकाकारणऔरअपनापरिचयबतानेकेबादवृद्धसमझगयाकिआनेवालाव्यक्तिइसीजिलेकाहै।उसनेहिदीभाषाछोड़करनागपुरीमेंकहाकिहमीनतोभुईलगेलेहीकिकबबिहानहोवेलाआउरकबसाइंझ।नतोकेकरोसेमिलेकहैऔरनहीकोईघरसेबाहरेनिकलेला।वृद्धकीबातोंसेलगाकिगांवमेंकोरोनानेलोगोंकोघरोंमेंकैदकरदियाहै।कुछऔरलोगोंसेबातसेअहसासहुआकिगांवमेंकईलोगबीमारहैं।बुखार,सर्दी,खांसीसेकईलोगप्रभावितहैं,परंतुकोईजांचनहींकराताहै।लोगोंकीबातसुनकरआश्चर्यहुआकिगांवमेंहालकेसमयमेंएकव्यक्तिकीकोरोनासंक्रमणसेहुईमौतकेबादअबऔरकोईजांचनहींकरारहाहै।सबकाफीडरेहुएहैं।गांवके400कामगारपेटकेलिएदूसरेप्रदेशमेंदिन-रातएड़ियांरगड़रहेहैं।बाहरगएकामगारकेलिएकोरोनाकालआफतबनकरउभराहै।घरलौटेतोरोजगारकीपरेशानीऔरबाहररहेतोसंक्रमणकाडर,परंतुपरिवारकेलिएबाहररहनेमेंहीअपनीभलाईसमझरहेहैं।
जिलेकेकैरोप्रखंडअंतर्गतआदिवासीबहुलनरौलीपंचायतकीजनसंख्या8250है।पंचायतमेंकुलपांचगांवहैं।जिसमेंकुलपरिवारोंकीसंख्या1142है।गांवमेंकोरोनासंक्रमणसेबचावकोलेहरकोईसतर्कनजरआरहाहै।गांवमेंविगत15दिनोंपूर्वएकसंक्रमितव्यक्तिकीमौतकेबादहरव्यक्तिअपनेआपकोसुरक्षितरखनेमेंकोईकसरनहींछोड़रहाहै।गांवकीबातकरेंतोकिरानादुकानदोबजेसेपहलेहीबंदहोजातेहैं।नरौलीगांवमेंएकसंक्रमितव्यक्तिकीमौतकेबादसेलोगकाफीसावधानीबरतरहेहैं।गांवमेंमंगलवारवशनिवारकोछोटासासब्जीकाबाजारलगताहै।लेकिनबाजारमेंभीलोगशारीरिकदूरीकापालनकरसब्जीकीखरीद-बिक्रीकरतेहैं।ग्रामीणोंकाकहनाहैकिगांवमेंएकसप्ताहपहलेबुखारकुछलोगोंकोथा,परकिसीनेजांचनहींकराई।ग्रामीणक्षेत्रमेंलोगडरसेकोविड-19कीजांचभीनहींकरातेहैं।जबअत्यधिकतबीयतखराबहोजाताहैतोलोगअस्पतालकासहारालेरहेहैं।लोहघरोंमेंहीअपनेआपकोज्यादासुरक्षितमहसूसकररहेहैं।नरौलीपंचायतमेंमनरेगासेकुल42योजनाएंचलरहीहै।कुलसक्रियनिबंधितमजदूरोंकीसंख्या1498है।पंचायतमेंकुलपांचगांवहैं।नरौली,पाचागाई,ख्वासअंबवा,नगजुआवचेरिमाहै।गांवकाखेलमैदानसूनापड़ाहै।गांवकेबच्चेभीखेलनेकेलिएघरसेबाहरनहींनिकलतेहैं।गांवकेलोगोंकोपताभीनहींचलपारहाकिकैसेदिनगुजररहाहै।