संवादसूत्र,गौचर:गुरुपूíणमावहरेलाकेउपलक्ष्यमेंशिक्षकोंऔरछात्र-छात्राओंनेपौधरोपणकरपर्यावरणसंरक्षणकासंदेशदिया।इसमौकेपरप्रधानाचार्यनेबच्चोंकोविस्तारसेवृक्षोंकीउपयोगिताकेबारेमेंजानकारीदी।
मंगलवारकोसरस्वतीशिशुमंदिरगौचरमेंआयोजितकार्यक्रममें100सेअधिकबच्चोंनेपौधरोपणकिया।प्रधानाचार्यनवीनसिंहरावतनेकहाकिहरवर्षकीतरहविद्यालयकीओरसेइसबारभीसंतरे,नीबू,आम,अमरूद,आड़ूजैसेफलदारपौधेरोपेगए।उन्होंनेबच्चोंकोवृक्षोंकीअहमियतबतातेहुएकहाकिपेड़-पौधेरहेंगेतोहमारापर्यावरणसुरक्षितरहेगा।आजजिसतरहवनोंमेंआगलगरहीहैऔरलगातारजंगलकमहोरहेहैंऐसेमेंहमाराछोटा-छोटाप्रयासबेहदजरूरीहोगयाहै।उन्होंनेकहाकिजंगलहमारीधरोहरहैंऔरहमारेत्योहारभीहमेंइनकेसंरक्षणकासंदेशदेतेहैं।पेड़हमेंस्वच्छहवातोदेतेहैं,साथहीभूस्खलनभीरोकतेहैं।उन्होंनेसभीछात्र-छात्राओंकोरोपेगएपौधोंकीसुरक्षाकीजिम्मेदारीभीबांटी।देवानन्दमीठाणी,गायत्रीगुसाईं,च्योतिवनवासी,विमलकुमारऔररीनाकनवासीशिक्षकोंनेभीबच्चोंकोपौधोंकाहमारेजीवनमेंमहत्वकोसमझायागया।इसमौकेपररिजुलरावत,मंजीतसिंह,ओमडिमरी,कृष,हंसिका,प्रिस,साक्षातसमेतकरीब150बच्चेउपस्थितरहे।गुरुकासम्मानकरें
गुरुपूíणमाकेमौकेपरशिक्षकोंनेछात्र-छात्राओंकोजीवनमेंगुरुकेमहत्वकोबतातेहुएकहाकिजिसतरहबिनागुरुकेज्ञानसंभवनहींवैसेहीबिनाज्ञानकेमनुष्यपशुसमानहै।हमेंगुरुकासम्मानकरनाचाहिए।शिक्षकोंनेकहाकिगुरुकामतलबसिर्फस्कूलीशिक्षकसेनहींबल्किउससेहैजोआपकोसहीमार्गदिखाकरअच्छेकर्मोंकेलिएप्रेरितकरतेहैं।इसमौकेपरउन्होंनेबच्चोंसेमनलगाकरपढ़नेकेलिएभीकहा।