जौनपुर,जेएनएन।शीराज-ए-हिंदजौनपुुरकोयूंहीशिक्षाकेक्षेत्रमेंविशिष्टस्थाननहींमिलाहै।शिक्षाविदोंऔरअधिकारियोंकीनर्सरीकहेजानेवालेइसजनपदमेंएकगांवऐसाभीहै,जहांकीमाटीमेंमानोंधरतीकेभगवानमतलबचिकित्सकपैदाहोतेहैं।जिलामुख्यालयसेलगभग30किमीदूरकेराकततहसीलकेकनुआनीगांवमेंदो-चारनहीं,31चिकित्सकहैं।जोअलग-अलगस्थानोंपरअपनीसेवादेरहेहैं।इतनाहीनहींमौजूदासमयमेंगांवके11युवकऔरयुवतीमेडिकलकालेजोंमेंएमबीबीएसवबीएमएसकेसाथमेडिसिनऔरसर्जरीमेंपीजीकररहेहैं।इनसेप्रेरितहोकर48औरबच्चेचिकित्सकबननेसपनासंजोएपढ़रहेहैं।
सबसेपहलेइसगांवकेप्रभुनारायणपाठकन्यूरोसर्जनबने,जोझांसीमेंसीएमओपदसेसेवानिवृतहुए।इनकेबादडाक्टरराममूर्तिपाठकप्रदेशकेपशुमहानिदेशकबने,फिरगोपालनाथवर्माबीएचयूमेंएमबीबीएसएमडीवपूर्वविभागाध्यक्ष(माइक्रोबायोलॉजी)होकरअवकाशग्रहणकिए।इसकेबादधीरे-धीरेयहसंख्याअब31पहुंचगईहै।जिनमेंअधिकांशवाराणसी,जहानाबाद,फतेहपुर,लखनऊ,मेडिकलकालेजआंबेडकरनगरवदिल्लीअपनीसेवादेरहेहैं।
यहकररहेचिकित्साशिक्षाकेआखिरीसालकीपढाई
गांव11युवाचिकित्साशिक्षाकीअंतिमवर्षकीपढ़ाईकररहेहैं।इनमेंअमितकुमारवर्मा,अवनीशकुमारद्वितीय,वर्मा,अनिलवर्माद्वितीय,आलोककुमारवर्मा,हिमांशुपटेल,देवेंद्रवर्मा,सौरभवर्मा,स्मितागुप्ता,गौतमवर्मा,स्वप्निलवर्मा,आशीषवर्माशामिलहैं।
दोकुनबेसेनिकले11चिकित्सक
इसगांवमेंदोकुनबाऐसाहैजिनके11सदस्यचिकित्सकबनेहैं।इनमेंएककुनबागोपालनाथवर्माकाहै,जिनकेपरिवारकेछहसदस्यचिकित्सकबनेहैं।गांवकाहीएकऔरकुनबाडाक्टरशोभनाथवर्माकाहै।जिनकेपरिवारमेंपांचचिकित्सकहैं।
ऐसेतैयारहोतेहैंधरतीकेभगवान
इसगांवमेंचिकित्सक,शिक्षक,इंजीनियरसहितअन्यपदोंपरआसीनलोगोंकेअलावागांवकेसंभ्रांतजननेमिलकरमेरागांव,मेरादेशनामसेसंस्थाबनायाहै।डाक्टररामकुमारवर्मावडाक्टरउमाशंकरवर्माकेसौजन्यसेबनाईगईइससंस्थाकेबैनरतलेहोलीऔरदीपावलीकेअवसरपरसभीवर्गकेबच्चोंकीसामान्यज्ञानप्रतियोगिताआयोजितकीजातीहै।इसकीतैयारीकेलिएमड़ईसेखपरैलतकपत्रिकानिकालीजातीहै।इसकेलेखकडाक्टरगोपालनाथहैं,जोपत्रिकाकोजनवरीऔरजुलाईमेंप्रकाशितकरतेहैं।दसरुपयेमेंइसपत्रिकाकोबच्चोंकोउपलब्धकराईजातीहै।मेधावीवगरीबबच्चोंकीशिक्षाकेलिएसंस्थाकेकोषसेआर्थिकमददभीदीजातीहै।ग्रामप्रधानखरबानपटेलनेबतायाकिगांवकेज्यादातरबच्चेकोटा,कानपुरवप्रयागराजरहकरतैयारीकरतेहैं।आनेवालेदिनोंमेंगांवकेहरघरमेंडाक्टरहोंगे।