संवादसहयोगी,ज्यौड़ियां:मानसूनकीदस्तककेपहलेहीचिनाबदरियाउफनानेलगीहै।पहाड़ीइलाकोंमेंबीच-बीचमेंहोरहीबारिशसेचिनाबकाजलस्तरलगातारबढ़रहाहै।ऐसेमेंदरियाकेकिनारेबसेघैरगांव(इंद्री)के50घरोंकेलोगडरेहुएहैं।उनकाकहनाहैकियदिदरियाकाजलस्तरकुछऔरबढ़ातोउनकेघरइसकेतेजबहावमेंबहजाएंगे।रविवारकोघैरगांवकेलोगोंनेचिनाबकीबाढ़सेबचावकेलिएअबतककोईइंतजामनहींकरनेपरसरकारकेखिलाफप्रदर्शनकिया।
ग्रामीणोंनेकहाकिउनकेघरडूबनेवालेहैं,लेकिनराज्यप्रशासनकुंभकरणीनींदमेंसोरहाहै।ग्रामीणोंकाकहनाथाकिदरियाचिनाबहरसालउनकीउपजाऊभूमिकोनिगलरहाहै,लेकिनउनकीसुनवाईनहींहोरहीहै।सिंचाईऔरबाढ़नियंत्रणविभागसेकईबारयहमुद्दाउठायागया,लेकिनहालतढाककेतीनपातजैसेहीहैं।प्रदर्शनमेंशामिलघैरगांवकेहरिरामकाकहनाथाकिहरसालबाढ़नियंत्रणविभागपत्थरोंकेक्रेटतोडालताहै,ताकिबांधतोड़करपानीउनकीभूमिनहींनिगले,लेकिनबांधेगएक्रेटतीनमाहभीतेजबहावमेंनहींटिकपारहेहैं।
चिनाबमेंबाढ़आनेपरइसकाबहावइतनातेजहोताहैकिवहसबकुछअपनेसंगबहालेजाताहै।रातकीखामोशीमेंचिनाबकाशोरसुनकरसहमजातेहैंग्रामीणग्रामीणोंकाकहनाथाकिचिनाबमेंअवैधरूपसेखननसामग्रीनिकालीजातीहै।इससेचिनाबकापानीकिनारेआकरउनकीभूमिकोकाटताहै।धीरे-धीरेदरियाकाबहावगांवकीतरफहोगयाहै।गांवकेनिवासीसोंखूरामकाकहनाथाइसीवजहसेअबचिनाबकाबहावउनकेघरोंकेपासतकपहुंचगयाहै।इससमयचिनाबकापानीघैरगांवसे100फुटकीदूरीपरबहनेलगाहै।
रातमेंजबहरतरफखामोशीहोतीहैऔरदरियाठाठेमारताहैतोग्रामीणोंकीसांसरुकजातीहै।उनकोलगताहैकिनजानेवेअगलीसुबहदेखपाएंगेकिनहीं।उन्होंनेकहाकिअबदरियाकापानीगांवकेइतनेनजदीकआगयाहैकिलगताहैइसबारगांवके50घरोंकानामोनिशानमिटजाएगा।चुनावकेसमयहीदलितोंकीबस्तीमेंदर्शनदेतेहैंनेताखैरगांवकेपंचसुरेंद्रकुमार,किसानरतनलालऔरअशोककुमारनेबतायाकिवेखेतीबाड़ीसेहीअपनेपरिवारकाभरण-पोषणकरतेहैं।ऐसेमेंसरकारकोदरियाकीबाढ़सेउनकीभूमिकाबचानेकेलिएपक्काबांधबनानाचाहिए।
उन्होंनेकहाकिसिंचाईविभागनेपत्थरोंकेजोक्रेटडालेथे,उनमेंसेआधेसेज्यादाबहगएहैं।वर्ष1999मेंचिनाबमेंभयंकरबाढ़आईथी,उसकेबादभीसरकारनेकोईकदमनहींउठाया।ग्रामीणोंनेकहाकिचिनावकेकिनारेजिसजिसठेकेदारनेक्रेटडालनेकाकामकियावहकरोड़पतिबनगया,जबकिदरियाकिनारेबसेग्रामीणआजभीअपनीजानबचानेकीगुहारलगानेकोमजबूरहैं।रतनलालकायहभीआरोपथाकिउनकीबस्तीदलितोंकीहै,इसलिएकोईभीनेतायहांनहींआताहै।चुनावकेबादउनकेदर्शननहींहोतेहैं।