जागरणसंवाददाता,बागेश्वर:भोजगणगांवबेपानीहोगयाहै।1978मेंबनीखडेरियापेयजलयोजनासेअबपानीनहींमिलरहाहै।गांवकेलोगप्राकृतिकस्त्रोतोंपरनिर्भरहैं।सरकारकीहरघरनलसेजलयोजनाभीग्रामीणोंसेदूरहै।लगभग44परिवारइसगांवमेंरहतेहैं।गांवऊंचाईपरबसाहोनेकेकारणलोगोंकोजलस्त्रोतोंकेलिएएककिमीतकनीचेउतरनापड़रहाहै।जबकिपानीकेभरेबर्तनचढ़ाईमेंलेजानेकेकारणउन्हेंपरेशानीहोरहीहै।ग्रामीणोंनेशीघ्रव्यवस्थानहींबनानेपरआंदोलनकरनेकीचेतावनीदीहै।
कौसानी-बागेश्वरमोटरमार्गपरलौबांजकाभोजगणगांवकेलिएलगभग42वर्षपूर्वबनीपेयजलयोजनाजर्जरहालहै।गांवमेंकईवर्षोंसेपानीकीभारीकिल्लतबनीहुईहै।ग्रामीणलगभगएककिमीदूरसड़ककेनीचेस्त्रोतसेपानीढोनेकोमजबूरहैं।महिलाओंकोपेयजलकेलिएअतिरिक्तसमयदेनापड़रहाहै।इससेउनकेअन्यकामभीप्रभावितहोरहेहैं।इसकेअलावामवेशियोंकेलिएभीपानीकीव्यवस्थानहींहै।ग्रामप्रधानमंजूदेवीनेकहाकिजलसंस्थानहरघरनलसेजलयोजनाकेजरियेपानीदेनेकीयोजनातैयारकररहाहै,लेकिनभोजगणगांवकेलिएयहयोजनाभीनहींबनसकीहै।ग्रामीणचंद्रशेखरपंत,करणसिंहसजवाण,प्रयागपंतआदिनेकहाकियदिशीघ्रपानीकीआपूíतसुचारूनहींहोसकीतोवेउग्रआंदोलनकोबाध्यहोंगे।इधर,जलसंस्थानकेईईचंदनदेवड़ीनेकहाकियोजनाकीमरम्मतआदिकेलिएआगणनबनायाजाएगा।