किशनगंज।प्रखंडकेप्लस-टूहाईस्कूलसोन्थामेंबच्चोंकोकंप्यूटरशिक्षानहींमिलपारहाहै।कईवर्षोंसेविद्यालयमेंकंप्यूटरधूलफांकरहाहै।जबकिबदलतेजमानेमेंकंप्यूटरशिक्षाअनिवार्यमानाजाताहै।चाहेसरकारीकार्यालयहोयानिजीकार्यालयसभीकार्यालयकंप्यूटरसेलैसहीहोनेलगेहैं।यहांतककिबड़ेदुकानोंमेंभीकंप्यूटरसेकामहोनेलगेहैं।ऐसेमेंकंप्यूटरप्रशिक्षितयुवकोंकीमांगहरेकक्षेत्रमेंतेजीसेबढ़तीजारहीहै।इसकेबावजूदभीडिजिटलयुगमेंसरकारीहाईस्कूलकेबच्चोंकाकंप्यूटरप्रशिक्षणकीयोजनाठंडेबस्तेमेंदिखरहाहै।
सोन्थाहाईस्कूलमेंवर्ष2012मेंलाखोंकीलागतसेखरीदेगयेकंप्यूटरअबधूलफांकरहीहै।यहीवजहहैकिग्रामीणक्षेत्रोंकेबच्चोंमेंकंप्यूटरशिक्षाकाअभावहै।इसबाबतहाईस्कूलकेसहायकशिक्षकरफीकआलमनेबतायाकिवर्ष2012मेंचौदहकंप्यूटरसिस्टमकेअलावाअन्यसामग्रियांदीगईथी।शुरुआतीदौरमेंकरीबदोवर्षोंतकहीकिसीतरहबच्चोंकोकंप्यूटरशिक्षाकालाभमिलसका।इसकेदोवर्षबादहीहाईस्कूलसेकम्प्यूटरशिक्षककोहटालियागया।जिसवजहसेस्कूलमेंपड़ाकंप्यूटरबेकारपड़ाहै।