अमितकुमारसिंह,बाराचट्टी(गया)।गयाजिलेकेअनुसूचितजातिबाहुल्यकोहवरीगांव।इसगांवतकआवागमनकेलिएपक्कीसड़कनहींहैऔरयहांकेबच्चेशिक्षासेअनभिज्ञ।ऐसेमेंयहांभूदानकेएककार्यक्रममेंपटनाजिलेकेबिहटाकेरहनेवालेदंपतिअनिलवरेखानेइसगांवकीबदहालीसेरूबरूहुएऔरदोनोंनेगांवकेबच्चोंकेबीचशिक्षाकीअलखजगानेकीजिम्मेवारी2001मेंउठाया।सहोदयट्रस्टकीस्थापनाकरआवासीयगुरुकुलविद्यालयखोलाऔरयहांकेबच्चोंकोशिक्षितकरनाशुरूकरदिया।यहांनर्सरीसे10वींकक्षातकशिक्षादेतेहैं।गुरुकुलमेंकक्षाछहसेलेकर10वींकक्षाकेछात्रोंकोनैतिकशिक्षादेतेहुएउन्हेंशैक्षणिकपरिभ्रमणकेतहतदूसरेराज्योंतकलेकरजातेहैं।पति-पत्नीकेइसनेककार्यसेग्रामीणकाफीप्रभावितहैं।क्योंकियहांकेबच्चोंकोअबअभिभावकदोपैसेकीलालचमेंकहींकामकरनेकेलिएनहींभेजते।इसकेएवजमेंहरग्रामीणगुरुकुलमेंदोकिग्राचावलहरमाहदानदेतेहैं।
शैक्षणिकपरिभ्रमणमेंक्रममेंजानाजैविकखेतीकाहाल
15नवंबर2021सेलगातारकक्षाछहकेछहछात्रोंकोशैक्षणिकयात्राकरायाजारहाहै।इसयात्रामेंछात्रनसिर्फजैविकखेतीकाहालजानरहेहैं।बल्किग्रामीणपरिवेशसेनिकलकरदेश-दुनियाकेमाहौलवरहन-सहनसेरूबरूहोरहेहैं।अनिलबतातेहैंकिछात्रोंकेशैक्षणिकपरिभ्रमणकापहलापड़ावयूपीकेसोनभद्रजिलेकाबनवासीआश्रमगोविदंपुरथा।जहांबच्चे125एकडभूमिपरहोरहेजैविकखेतीकोजानाऔरदेखा।वार्षिकराष्ट्रीयबालविज्ञानकांग्रेसमेंबच्चोंकाप्रदर्शनीकोदेखाऔरबनारसमेंगंगाकीप्रवाहकरअनुभवकिया।इसकेअलावेतामिलनाडू,बेगलुरुएवंनईदिल्लीकाभीयात्राकरायागया।
नैतिकशिक्षापररहताजोर
गुरुकुलमेंपढऩेवालोंबच्चेपरशिक्षाग्रहणकादबावनहींबनायाजाता।बच्चोंकोनैतिकतौरशिक्षितकरनेपरविशेषध्यानदियाजाताहै।जिसमेंखेतीकरना,खानाबनाना,पर्यावरणसंरक्षण,जलसंचय,साफ-सफाईआदिशामिलहै।रेखाकहतीहैंकिहमेंइनबच्चोंपरगर्वहै।आनेवालेदिनोंमेंयहांकेबच्चेगुणात्मकशिक्षाप्राप्तकरनिश्चयहीआगेबढ़ेगे।
कहतेहैंछात्रोंकेअभिभावक
कोहबरीगांवकेअनिलमंडल,सरोजदेवी,कुलेश्वरमंडलवअर्जुनभुईयांकहतेहैंकिहमलोगमेहनतमजदूरीकरघरचलातेहै।बच्चोंकोपढानाऔरदेशघुमानाबूतेकीबातनहीं।दोदशकपहलेगांवपहुंचेदंपतिनेनसिर्फबच्चोंकोनैतिकशिक्षाकेमाध्यमसेशिक्षितकररहेहैं।बल्किहमलोगोंकासोचभीबदलदियाहै।