पीलीभीत:दैनिकजागरणकीओरसेस्प्रिंगडेलकॉलेजमेंसंस्कारशालाअभियानकेतहतअसेम्बलीमेंछात्र-छात्राओंकेसमक्ष'शालीनकीगुल्लक'नामकप्रेरककहानीप्रस्तुतकीगई।इसदौरानप्रोजेक्टरकेमाध्यमसेउन्हेंकहानीकेविजुअलभीदिखाएगए।बच्चोंनेपूरीतन्मयताकेसाथकहानीकोदेखा-सुना।कहानीकाउद्देश्यबताएजानेकेबादजबएक-एककरकेबच्चोंसेपांचसवालपूछेगएतोउन्होंनेतत्परताकेसाथबिल्कुलसटीकजवाबदिए।
बुधवारकोसुबहअसेम्बलीमेंविशेषज्ञशिक्षकलक्ष्मीकांतशर्मानेसबसेपहलेबच्चोंकोदैनिकजागरणकेसंस्कारशालाअभियानऔरउसकेउद्देश्यसेपरिचितकराया।जागरणके25सितंबरकेअंकमेंप्रकाशितकहानी'शालीनकीगुल्लक'कावाचनकिया।कहानीवाचनकेसाथहीउन्होंनेबच्चोंकेअंदरअच्छाईकीसमझविकसितकरनेकाप्रयासकिया।इसदौरानप्रोजेक्टरकेमाध्यमसेविजुअलकेसाथकहानीकाप्रसारणभीकियागया।कहानीकेसमापनपरउसीसेसंबंधितपांचसवालोंकोछात्र-छात्राओंकेबीचएक-एककरतेरखागया।बच्चोंसेपहलासवालपूछागयाकिअम¨रदरकोउसकेचाचानेकिसदेशकीघड़ीभेजीथी।एकसाथदर्जनोंबच्चोंनेजवाबदेनेकेलिएअपनेहाथउठादिएलेकिनबोलनेकामौकाउसविद्यार्थीकोमिला,उसनेतपाकसेस्विटजरलैंडसेएकमशहूरब्रांडकीघड़ी।दूसरासवालरहाकिअब्दुलकोउसकेबर्थडेपरक्यागिफ्टमिलाथा।इसबारभीदर्जनोंहाथजवाबदेनेकेलिएउठगए।अब्दुलकोमहंगामोबाइलगिफ्टमेंमिलनेकाजवाबदियागया।शालीनकिसबातकीजिदपरअड़ाथा।जवाबबिल्कुलसटीकआयाकिस्विटजरलैंडकीघड़ीकेलिए।तीसरासवालपूछागयाकिपापाकोऑफिससेलौटनेमेंक्योंदेरहोगई।इससवालकाजवाबदेनेमेंभीबच्चोंनेबिल्कुलभीदेरनहींलगाई।अंतिमसवालरहाकिपापाकीबातसुनकरशालीनऔरशिल्पानेक्याकिया।बच्चोंनेउत्तरदियाकिदोनोंनेहीअपनीगुल्लकपापाकोसौंपकरअनाथबच्चोंकीमददकेलिएकहा।इसकहानीसेबच्चोंनेक्यासीखली।बच्चोंनेसमवेतस्वरमेंकहाकिघरमेंअच्छावातावरणबनाएंगेऔरअच्छीपरवरिशपाएंगे।अनावश्यकजिदबिल्कुलनहींकरेंगे।कार्यक्रमकेअंतमेंकॉलेजकीप्रधानाचार्यप्रियाआनंदनेकहाकिइसप्रेरककहानीकोसिर्फआजतकहीसीमितनरखेंबल्किइसेअन्यबच्चोंतकपहुंचाएं।अच्छाईकीसमझकेलिएबच्चोंकोप्रेरितकरतेरहें।
दैनिकजागरणअपनेसामाजिकसरोकारकेलिएहमेशासेसजगरहाहै।जागरणसंस्कारशालाभीइसीकड़ीमेंएकबेहतरप्रयासहै।इससेबच्चोंमेंअच्छाईकीसमझविकसितहोगी।साथहीप्रेरककहानियोंकेमाध्यमसेउन्हेंएकजिम्मेदारनागरिकबननेमेंमददमिलेगी।
आरपीजगोता,संस्थापक,स्प्रिंगडेलकॉलेज।
यहकहानीकोबहुतअच्छीलगी।इससेसीखमिलीकिहमेंदूसरोंकीकोईचीजदेखनेकेबादउसेपानेकेलिएमम्मी-पापासेजिदनहींकरनाचाहिए।
रोहितवर्मा,कक्षा-8शालीनऔरशिल्पानेगुल्लकमेंजेबखर्चसेपैसेबचाकरजमाकिए।येपैसेयतीमबच्चोंकेकामआए।हमसभीकोबचतकरनाचाहिए।
मोहम्मदजैनुल,कक्षा-6
कहानीकाफीअच्छीरहीहै।इसमेंहमेंयहसीखमिलीकिनई-नईचीजेंपानेकेलिएहमेंपरिवारमेंजिदनहींकरनाचाहिएबल्किजरूरतमंदलोगोंकीमददकोतत्पररहनाचाहिए।
पानवजगोता,कक्षा-4
जागरणसंस्कारशालाकीयहकहानीबहुतहीअच्छीलगी।यहप्रेरकस्टोरीहै।इससेकाफीकुछसीखनेकामौकामिलाहै।कहानीकाअंतएकअच्छीसीखदेताहै।
शांतनुनायक,कक्षा-7
कहानीकेअंतमेंजोसवालपूछेगए,वेबहुतमहत्वपूर्णहैं।सवालकेसहीजवाबतभीदिएजासकतेहैं,जबकहानीकोध्यानपूर्वकसुनाजाए।बहुतअच्छालगा।
विशाखाराजपूत,कक्षा-6
जैसाकिनामसेहीस्पष्टहै,संस्कारशाला।वाकईइसकहानीमेंहीसंस्कारछिपेहुएहैं।यहकहानीबच्चोंकोसीखदेतीहैकिहमेशापरिवारऔरसमाजकेप्रतिजिम्मेदाररहनाहै।
कशिशगुप्ता,कक्षा-10