आगरा,जागरणसंवाददाता।
कोरोनाकेकारणपिछलेसालमार्चसेबच्चेघरपरहैं।उनकीशारीरिकगतिविधियांकमहोतीजारहीहैं।कक्षाएं,खेल,दोस्तोंसेमुलाकातसबकुछआनलाइनहीहोरहाहै।इसवजहसेबच्चोंमेंमोटापेकीसमस्यालगातारबढ़रहीहै।छहसे14सालकेबच्चोंमेंयहशिकायतसबसेज्यादाआरहीहै।चिकित्सकोंऔरडाइटीशियनोंकेपासलगातारअभिभावकोंकेफोनआरहेहैंऔरवेबच्चोंकावजनकमकरनेकेतरीकेपूछरहेहैं।
नहींहोपारहाखेलना
कोरोनासेपहलेबच्चेस्कूलमें,घरमें,शामकोपार्कमेंखेलतेथे।अपनेदोस्तोंकेसाथशामकोसाइकिलचलातेथे।जोअबपिछलेडेढ़सालसेबिल्कुलबंदहोगयाहै।जैसे-तैसेहालातसामान्यहुएथे,परस्थितिअबफिरवैसीहीहोगईहै।घरकेबाहरखेलनेनहींजानातोकई-कईघंटेबैठकरमोबाइलगेम,वीडियोगेम,टीवीदेखनाआदिकररहेहैं।इससेउनकावजनबढ़रहाहै।इससेबच्चोंमेंकमउम्रमेंहीजोड़ोंकादर्द,कमरदर्द,कब्जआदिकीसमस्याएंबढ़रहींहैं।इसबारेमेंडा.अरुणजैनकाकहनाहैकि10सालतककेबच्चेग्रोइंगएजयानिबढ़तीउम्रमेंहोतेहैं,इसकेबादअगरमोटापाबढ़नाशुरूहुआतोदिक्कतेंज्यादाहोतीहैं।हररोजआठसे10अभिभावकोंकेफोनआरहेहैं,जोबच्चोंकेमोटापेसेहोरहीपरेशानियोंकेबारेमेंबतारहेहैं।बनवारहेहैंडाइटचार्ट
कोरोनाकालमेंबच्चोंकोमांओंनेउनकीपसंदकाहरपकवानबनाकरदिया,चाहेवोपिज्जाहोयाबर्गर।इससेउनकीखान-पानकीआदतेंबिगड़गईं।डाइटीशियनशिल्पाअग्रवालबतातीहैंकिअभिभावकअपनेबच्चोंकेलिएडाइटचार्टबनवारहेहैं।बच्चोंकाबीएमआइयानिबाडीमासइंडेक्स25सेकमहोनाचाहिए।बीएमआइमापनेकेकेलिएलंबाईकोवजनसेभागदियाजाताहै।हमबच्चोंकेलिएहरीसब्जियां,फलआदिखानेकासलाहज्यादादेतेहैं,जिससेउनकेशरीरमेंजरूरीपोषकतत्वपहुंचे,लेकिनमोटापानबढ़े।पिज्जाकेलिएउसकाबेसरोटीकालेलें,हरीसब्जियोंकाइस्तेमालज्यादाकरें।बच्चोंकोखिचड़ी,दलियाआदिदेनेसेभीमोटापाकंट्रोलकियाजासकताहै।कुछमहत्वपूर्णतथ्य
-तीनसेआठसालतककेबच्चेकोलगभग1000सेलेकर1400कैलोरीकीजरूरतहोतीहै।नौसे13सालतकलगभग1400से2200कैलोरीकीजरूरतपड़तीहै।
-खानेमेंविटामिन,फाइबरऔरजरूरीमिनरल्सजरूरहोनेचाहिए।मेवेभरपूरदें,इसमेंकैल्शियमऔरमैग्नीशियमहोताहै।