जागरणसंवाददाता,नूंह:
चीनीवस्तुओंनेभारतीयबाजारमेंजोवर्षोंसेपकड़बनारखीहै।इसकेलिएसभीकोइकट्ठाहोकरउसेसबकसिखानाहोगा।जोजैसाबर्तावकरताहै।उसकोउसीकिभाषामेंसबकसिखानाचाहिए।चीनकीओछीहरकतआजकिसीसेछिपीनहींहै।भारतमेंचीनीउत्पादोंकाभारीसंख्यामेंवर्षोंसेआयातकियाजारहाहै।इसबारत्योहारोंपरहोनेवालीखरीदारीपरलोगोंनेचीनीसमानकाबहिष्कारकरनेकाफैसलालियाहै।जिससेक्षेत्रकेगणमान्यलोगोंनेइसबारफैसलालियाहैकिवहचीनकिकिसीभीवस्तुकोनहींखरीदेंगे।दूसरेलोगोंसेभीइसकेबहिष्कारकेलिएसहयोगलेंगे।तभीऐसेमुल्ककोसबकसिखायाजासकताहै।
देशकेहितमेंलोगोंकोचीनकेसमानकाबहिष्कारकरनाचाहिए।सभीकोप्रणलेनाचाहिएकिवहइसबारबाजारमेंकोईभीचीनीआइटमनहींखरीदेंगे।इसकेलिएसभीकोआगेआकरसहयोगकरनाचाहिए।
चीनवर्षोंसेलगातारपाककोभारतकेखिलाफउकसातारहाहै।लेकिनइसबारहमचीनकोजरूरसबकसिखासकतेहैं।इसकेलिएजरूरीहैकिहमचाइनीजसामानकोनखरीदें।सभीकोप्रणलेनाचाहिए।यहतभीजाकरसंभवहोसकताहै।
आजअगरदुनियामेंभारतकासबसेबड़ाकोईदुश्मनहैतोवहपाकिस्तानहैऔरचीनखुलकरपाककीमददकररहाहै।ऐसेमेंसभीदेशवासियोंकोचीनकोसबकसिखानाहोगा।हमदीपावलीपरचाइनीजपटाखोंवलड़ियोंकोनहींखरीदेंगे।
गजराजलोहियापूर्वसरपंच।
दुनियाकेसभीदेशअपनेउत्पादोंकोहीबढ़ावादेतेहैं।लेकिनभारतकेबाजारोंमेंसभीकोअपनेसमानबेचनेकीछूटदीजारहीहै।जिससेदेशकीअर्थव्यवस्थाकोनुकसानहोरहाहै।जिसकारणग्रामीणलोगोंमेंचीनकेखिलाफकाफीगुस्सापनपरहाहै।
हमनेप्रणलियाहैकिचीनकोकोईसमाननहींखरीदेंगेऔरनहीअपनेपरिजनोंकोखरीदनेदेंगे।सभीकोगंभीरतासेइसओरसोचनाचाहिए।दुकानदारोंकोभीइसमामलेमेंग्राहकोंकोजागरूककरनाचाहिए।
मुनेशकुमारफौजी।
मौकेपरजवाबदेनेवालाहीचतुरकहलाताहै।देशवासियोंकोआजमिलकरपाककोजवाबदेनाचाहिए।केवलवहचीनकासमाननहींखरीदे।जिससेउसकोअपनीगलतीकाअहसासहोजाएगा।