संवादसहयोगी,रामकोट:आजादीके70वर्षबीतजानेकेबादभीपहाड़ीक्षेत्ररामकोटकेबाशिंदोंकोबसस्टैंडसेकोईभीसीधीसड़कसंपर्कमार्गनहोनेकीवजहसेआजभीजर्जरढक्कियांहीएकमात्रसहाराबनाहुआहै।हालाकि,कस्बेकोजानेकेलिएदोसंपर्कसड़कबनाईगईहै,परंतुदोनोंहीसड़केंबसस्टैंडसेएक-एककिलोमीटरकीदूरीपरस्थितहै।इसकारण200से300मीटरकीदूरीतयकरनेकेलिएदोसे3किलोमीटरकासफरबेकारमेंचलनापड़ताहै।जिनलोगोंकेपासअपनीनिजीगाड़ियाहैं,वेतोसड़ककेरास्तेआजासकतेहैं,परंतुपैदलचलनेवालेलोगोंकोढक्कियोंकाहीसहारालेनापड़ताहै।खासकरवृद्धों,महिलाओंवबच्चोंकोज्यादादिक्कतमहसूसहोतीहै।
स्थानीयनिवासीजीवानंददयोनिया,शामप्रसाद,ओमप्रकाश,मदनलाल,कुलदीपकुमार,अश्विनीकुमार,श्यामलालवसतपालआदिनेबतायाकि1950केदशकमेंदयालाचकसेरामकोटतकसड़कनिर्माणकेसमयसड़ककोसीधाकस्बेकेसाथसंपर्कबनायागयाथा,परंतुइसीदशकमेंधार-ऊधमपुररोडकानिर्माणहोनेसेसड़कधाररोडकेसाथमिलजानेसेकस्बेकेलिएधाररोडस्थितबसस्टैंडसेमात्रएककिलोमीटरदूरीसेसंपर्कबनगया।तभीसेहीकस्बाकेलोगोंकोसड़ककेसाथसीधासंपर्कसमाप्तहोगया।
वर्ष2010केदशकमेंपावरहाउससेकस्बाकोजानेकेलिएएकअलगसंपर्कसड़ककानिर्माणकियागया,किंतुयहसड़कभीबसस्टैंडसे1किलोमीटरकीदूरीपरसेबनाईगई।आजभीलोगोंको1947सेपहलेकेपुरानेरास्तोंसेहीसड़कपरउतरनापड़ताहै।इन्हींरास्तोंसेकस्बाकेवार्डनंबर1व2केअलावाभूलगावकेवार्डनंबर6व7औरसरसबलगावकेवार्ड10व11केलिएलोगोंकाआनाजानालगारहताहै।हालाकि,1980केदशकतकदर्जनोंसरकारीकार्यालयकस्बाकेभीतरहीकार्यरतथे,परंतुआहिस्ता-आहिस्तासभीकार्यालयसड़ककिनारेस्थानातरितकरदिएगएऔरदेखरेखकेअभावमेंयहढ़क्कियाबर्बादहोगई।
स्थानीयलोगोंकाकहनाहैकीसरकारसेकईबारबसस्टैंडसेकस्बातकसड़कसंपर्कदेनेकीमागकीगई,परंतुआश्वासनोंकेसिवाकुछनहींमिला।सड़कसंपर्कनहोनेकेकारणकारोबारपरभीअसरपड़रहाहै।यहाकेलोगकारोबारकेसिलसिलेमेंशहरोंकीतरफपलायनकरतेचलेगए।हालाकि,कस्बेकेबीचअभीभीसैकड़ोंपरिवाररिहाइशरखतेहैं।यहापरदोसरकारीमिडिलस्कूलकेअलावाडिग्रीकॉलेजऔरकईप्राचीनमंदिरस्थितहै।लोगोंकोआजभीउन्हींप्राचीनजर्जरहुईढक्कियोंसेहीअपनेगंतव्यतकजानाएकमजबूरीहोगईहै।परंतुप्रशासनइनढक्कियोंकीभीमरम्मतनहींकरारहा।लोगोंनेधाररोडबसस्टैंडसेकस्बारामकोटकेलिएसड़कसंपर्कबनानेकीमागकीहै।