संवादसहयोगी,घुमारवीं:राजकीयवरिष्ठमाध्यमिकपाठशालाघुमारवींमेंस्वास्थ्यशिक्षकघुमारवींसुरेशचंदेलनेस्कूलकेबच्चोंकोमच्छरोंकेकाटनेवदूषितजलकोपीनेसेहोनेवालेदुष्प्रभावकेबारेमेंविस्तारसेबताया।चंदेलनेबतायाकिदूषितजलकेपीनेसेचर्मरोग,पेटकेरोग,दस्त,उल्टियां,पीलिया,टाइफाइडबुखारहोसकताहै।इसलिएबच्चोंकोस्वच्छजलवउबालकरपानीपीनाचाहिए।मच्छरोंकेकाटनेसेडेंगूवमलेरियाहोताहै।पिछलेवर्षखंडघुमारवींमेंडेंगूकेलगभग113मरीजपॉजिटिवआएथेतथाएकमरीजकीमृत्युभीहोगईथी।बच्चोंकोडेंगूकीबीमारीकेलक्षणचिन्हजिसमेंतेजबुखार,सिरदर्द,मासपेशियोंऔरजोड़ोमेंदर्द,आंखोंमेंदर्दभूखनलगना,गलेमेदर्द,चेहरेगर्दनछातीपरलालगुलाबीरंगकेरेसिजतथागंभीरमामलोंमेंनाक,मसूड़ों,शौचयाउल्टीमेंखूनआनेसेडेंगूहोसकताहै।कुछलक्षणहोतोशीघ्रअस्पतालमेंजाकरअपनेरक्तकीजांचकरवाएं।
डेंगूफैलानेवालामच्छरखड़ेपानीमेपनपताहैइसलिएअपनेघरकेआसपासपानीखड़ानहोनेदे।
चंदेलनेस्कूलकेबच्चोंकोनशेकेप्रयोगकरनेसेहोनेवालेदुष्प्रभावोंकेबारेमेंविस्तारसेबताया।सार्वजनिकस्थानपरधूमपानकरनेवालेव्यक्तिको200रुपयेजुर्मानेकाप्रावधानहै।स्कूलकेप्रधानाचार्यजेएसरॉनेबच्चोंकोनशेसेबचनेकीसलाहदी।इसअवसरपरस्वास्थ्यपर्यवेक्षकघुमारवींप्रेमचंद,स्वास्थ्यकर्मचारीसंजीवशर्मा,चंद्रलेखा,वस्कूलकेअध्यापकउपस्थितरहे।