जासं,गाजीपुर:कासिमाबादब्लाककेवासुदेवपुरगांवकी75वर्षोंसेप्रत्येकनवरात्रकोआयोजितहोनेवालीरामलीलाजबतकसमाप्तनहींहोजातीहै,उत्सवरंगकेसराबोरनजरआतीहै।गांवकीरामलीलामेंसबसेअलगबातयहहैकिइसकेलगभगसभीपात्रबाहररहकरनौकरीकरतेहैं,लेकिननवरात्रआतेहीसभीगांवआजातेहैं।पूरेउत्साहपूर्वकरिहर्सलकरनेकेसाथहीतन-मन-धनसेअपनीभूमिकामेंडूबजातेहैं।रामलीलाकेप्रतिगांवसहितआसपासकेलोगोंकीइतनीश्रद्धारहतीहैकिवहदेरराततकजगकरप्रभुकीलीलाकोदेखनेकेसाथहीपात्रोंकामनोबलभीबढ़ातेरहतेहैं।
पांचअक्टूबरसेप्रारंभहुईयहरामलीला10अक्टूबरकोरावणवधकेपश्चातसमाप्तहोगी।पांचकोधनुषयज्ञऔरछहकोसीताविवाहकामंचकियागया।रामलीलाकेप्रमुखरूपसेसंयोजकमहंततिवारी,पिटूउपाध्याय,रंजीतसिंह,शुभमतिवारी,जितेंद्रगुप्ता,बबुआसिंह,दयाशंकरसिंहआदिहैं।इसमेंजितेंद्रदिल्लीकेबैंकमेंतोरंजीतप्रयागराजमेंनिजीकंपनीमेंनौकरीकरतेहैं।इसीप्रकारअन्यपात्रभीकहीं-कहींकार्यरतहैं,लेकिननवरात्रआतेहीसभीपात्ररामलीलामेंभागलेनेकेलिएबेहदहीउत्साहितहोजातेहैं।सभीकोउनकेकार्यवशरीरकेअनुसाररोलपहलेहीनिश्चयकरलियाजाताहै।रामलीलाकमेटीद्वारासभीतैयारीकीजातीहै,लेकिनइसमेंभागलेनेवालेपात्रोंकीरामलीलाकेप्रतिदिलचस्पीकोदेखतेहुएगांवहीनहींबल्किक्षेत्रकेलोगभीसराहनीययोगदानरहताहै।अबगांवकेअन्यबालकभीइसमेंरुचिदिखानेलगेहैं।रामलीलामेंतीन-चारबालकलाकारभीहैंजोबेहतरीनभूमिकानिभारहेहैं।संयोजकमहंततिवारीनेबतायाकिरामलीलाकेप्रतिप्रेमवआस्थाकापरिणामहैकिबाहरनौकरीहोनेकेबावजूदनवरात्रमेंलोगबिनाबुलाएहीघरसिर्फइसलिएचलेआतेहैं,रामलीलामेंउन्हेंभागलेनाहै।बतायाकिसातकोरामवनगमन,आठकोसीताहरण,सुग्रीव-हनुमानमिलन,नौकोरावणकेदरबारमेंहनुमानजीकाजाना,लंकादहनवदसअक्टूबरकोरावणकावधकामंचनकरनेकेपश्चातरामलीलाकासमापनहोगा।