संवादसूत्र,जोल:उपतहसीलजोलकीग्रामपंचायतअम्बेहड़ाधीरजकेगांवअम्बेहड़ारामकिशनवकुखेड़ाकेलोगतेंदुएकेआतंकसेसहमेहुएहैं।लोगजंगलमेंजानेसेभीडररहेहैं।ग्रामपंचायतअम्बेहड़ाधीरजमेंतेंदुआकईपालतूकुत्तोंवपशुओंकोअपनानिशानाचुकाहै।अभिभावकअपनेबच्चोंकोअकेलेस्कूलभेजनेसेभीडररहेहैं।कुछदिनसेतेंदुआगांवकेकुत्तोंपरघातलगाएबैठारहताथालेकिनअबलोगोंकोराहचलतेमिलरहाहै।
गांवअम्बेहड़ारामकिशनकेकिसानकृष्णपालनेबतायाकियहतेंदुआकईपालतूकुत्तोंकोअपनाशिकारबनाचुकाहै।कृष्णपालनेबतायाकिकुछदिनपहलेतेंदुआहमारेपालतूकुत्तेपरझपटाथालेकिनशोरसुनकरलोगोंनेतेंदुएकोवहांसेभगाया।वहींदेसराजनेबतायाकिउनकेपालतूकुत्तेकोभीतेंदुआरातकोघरकेआंगनमेंउठाकरलेगया।इसीतरहकुखेड़ागांवमेंभीसतपालसिंहकीबकरियोंकोतेंदुआअपनाशिकारबनाचुकाहै।गांवकेस्थानीयलोगोंनेप्रशासनसेआग्रहकियाकितेंदुएकेआतंकसेनिजातदिलाईजाए।तेंदुएकोजल्दसेजल्दपकड़ाजाए।
इसबारेमेंवनवनखंडअधिकारीतलमेहड़ाबालकृष्णनेकहाकिगांवमेंतेंदुएकेआतंककेबारेमेंहमेंमीडियाकेद्वाराहीपताचलाहै।इसमामलेकीछानबीनकीजाएगी।तेंदुआकौनसेजंगलमेंहै,उसकापतालगायाजाएगा।पिंजरालगाकरउसेजल्दहीपकड़लियाजाएगा।