लखीमपुर:स्वच्छताकेपैमानेपरजिलेकेपरिषदीयस्कूलभीखरेनहींउतररहेहैं।मिशनकायाकल्पमेंहुएएकसर्वेमेंचौंकानेवालाखुलासाहुआहै।सरकारस्वच्छतापरजोरदेरहीहैलेकिन,खीरीजिलेकेपरिषदीयस्कूलोंमेंहीशौचालयोंकाअभावहै।
बेसिकशिक्षाकेनिदेशककेनिर्देशपरहुएसर्वेमेंपताचलाहैकिजिलेके857स्कूलोंमेंबालकोंकेलिएशौचालयनहींहै,वहीं574ऐसेस्कूलहैंजहांबच्चियोंकेलिएशौचालयनहींहै।इनमेंतमामशौचालयतोनिष्प्रयोज्यपड़ेहैं।जिनकाइस्तेमालतकनहींहोता।जिलेमें2237स्कूलऐसेहैंजहांबच्चोंकेहैंडवॉशकीकोईसुविधानहींहै।जबकिशासन-प्रशासनकेस्तरपरबच्चोंकोहाथधोकरखानाखानेकेलिएप्रेरितकियाजारहाहैऔरस्कूलोंमेंबच्चोंकेलिएसाबुनबैंकबनाएगएहैं।सर्वेमेंपताचलाहैकि411परिषदीयस्कूलोंमेंहैंडपंपकीव्यवस्थानहींहै,इससेबच्चोंकोस्वच्छपेयजलकीव्यवस्थानहींहोपारहीहै।2200स्कूलोंमेंअभीटायल्सनहींलगेहैं।जबकि306स्कूलोंमेंबच्चोंकोपढ़ानेकेलिएब्लैकबोर्डतकनहींहै।इसअव्यवस्थाकेबीचबच्चोंकोपरिषदीयस्कूलोंमेंशिक्षाग्रहणकरनापड़रहाहै।सर्वेमेंआईरिपोर्टनिदेशककोभीभेजीगईहै।बीएसएबुद्धप्रियसिंहनेबतायाकिशौचालयऔरहैंडपंपकेलिएजिलापंचायतीराजअधिकारीकोपत्रभेजागयाहै।उन्हेंमार्चतकहरहालमेंकार्रवाईपूर्णकरानेकोकहागयाहै।